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टीबी का पूरा इलाज ही बचाव है: डा. केशव

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है और ना ही जानलेवा है। मगर लापरवाही करन

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Mar 2017 07:20 PM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2017 07:20 PM (IST)
टीबी का पूरा इलाज ही बचाव है: डा. केशव
टीबी का पूरा इलाज ही बचाव है: डा. केशव

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम :

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टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है और ना ही जानलेवा है। मगर लापरवाही करने से जान को खतरा हो सकता है। सरकार फ्री जांच व दवा दे रही है। किसी भी व्यक्ति को 15 दिन खांसी होती है तो तुरंत जांच कराए। इसमें यह सोचने की जरूरत नहीं है कि ताकतवर शरीर वाले व्यक्ति को टीबी नहीं हो सकती। टीबी किसी को भी हो सकती है। इसके लिए पूरा इलाज ही टीबी का खात्मा है। शुक्रवार को विश्व टीबी दिवस के मौके पर दैनिक जागरण कार्यालय में हेलो जागरण के तहत जिला स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ टीबी रोग विशेषज्ञ डॉ.केशव शर्मा ने लोगों को टीबी के संबंधित जानकारी दी। इस दौरान दर्जनों लोगों ने फोन पर टीबी संबंधित जानकारी हासिल की।

. डॉक्टर साहब मैं विजेंद्र बोल रहा हूं। मुझे रीढ़ की हड्डी में टीबी है। क्या इसमें ज्यादा आराम की जरूरत है।

- इलाज शुरू करने के तीन माह तक आराम कर सकते हैं तो बेहतर होगा। लेकिन यह सब मरीज पर भी निर्भर करता है। मरीज को दवा के अलावा पौष्टिक भोजन व दूध और जूस दें। इससे बड़ी राहत मिलेगी। मरीज को भारी वजन उठाने से बचना चाहिए।

. मैं चुन्न्ीलाल, शिवाजी पार्क का रहने वाला हूं। लंबे समय से खांसी से परेशान हूं, उपाय बताएं।

- आपको लैब जांच की जरूरत है। आप जिला अस्पताल आ जाएं, फ्री जांच व दवा दी जाएगी। लेकिन आपको टीबी है या नहीं, इसकी जांच के बाद ही साफ हो सकेगा। देखना होगा कि टीबी शरीर में किस स्तर पर है।

. गांव हयातपुर से बल¨वद्र ¨सह बोल रहा हूं। दो वर्ष से खांसी है और बलगम आ रहा है।

- जैसे आप बता रहे हैं आपको फेफड़े व आंत की टीबी भी हो सकती है। लेकिन सब जांच के बाद साफ होगा। आप अस्पताल आ जाएं, फ्री जांच के साथ दवा मिलेगी। क्योंकि दो वर्ष से ज्यादा समय हो चुका है इसलिए कुछ भी कहना सही नहीं होगा।

. गांव गढ़ीहरसरू से राजेश कुमार बोल रहा हूं। धुमपान करता हूं। कैंसर का डर लगता है।

- बिना जांच के कुछ भी कहना गलत होगा। आप अस्पताल आकर जांच कराएं। अगर आपके मुंह के अंदर घाव हो रहे हैं तो कैंसर होने की संभावना मानी जा कसती है। लेकिन आप कह रहे हैं टीबी का इलाज ले रहे हैं तो आप खुले में रहे और लंबे सांस लेंगे तो आराम मिलेगा। कोशिश करें कि ज्यादा मिर्च का खाने में प्रयोग ना करें।

. मैं धर्मपाल गुरुग्राम शहर का रहने वाला हूं। 1972 में टीबी का इलाज लिया था। बार-बार बलगम बनता है।

- अगर आप ने पूरा इलाज उस समय लिया था तो घबराने की जरूरत नहीं है। फिर भी आप जांच करा लें। अगर आपको बुखार नहीं होता और वजन कम नहीं हो रहा है व भूख लग रही है तो सब ठीक है।

डॉक्टर साहब मैं अखिल कुमार गोल्फ कोर्स रोड पर रहता हूं। मेरा 15 किलोग्राम वजन कम हुआ है। हर रोज शाम के समय बुखार आता है। 3 वर्ष पहले टीबी का इलाज लिया था।

- आप अस्पताल में आकर जांच कराएं। आपके बताए अनुसार आपको एमडीआर टीबी होने के लक्षण लग रहे हैं।

.मैं हरेंद्र गांव खेड़ा खुर्मपुर से बोल रहा हूं। तीन वर्ष पहले टीबी का इलाज लिया था।

- अगर आपने पूरा इलाज लिया था तो घबराए नहीं। अगर कोई परेशानी नहीं है तो ज्यादा शक ना करें। फिर भी अपने मन को समझाने के लिए एक बार जांच करा लें। लेकिन आपने जो बताया है, उससे आप स्वस्थ हैं।

. मैं सेक्टर 12 से कुसुम बोल रही हूं। मेरे पति सिगरेट ज्यादा पीते हैं और हार्ट के मरीज भी हैं।

- इसका एक ही इलाज है जल्द सिगरेट पीना छोड़ दें। क्योंकि हार्ट मरीज भी हैं तो खतरा ज्यादा रहता है। अस्पताल आकर समय से जांच भी कराते रहें।


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