भारत के स्टार खिलाड़ी की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों का ध्यान नहीं
अनिल भारद्वाज, गुरुग्राम भारतीय कबड्डी टीम के कैप्टन अनूप को चोट लगने से खिलाड़ी का भविष्य बर्
अनिल भारद्वाज, गुरुग्राम
भारतीय कबड्डी टीम के कैप्टन अनूप को चोट लगने से खिलाड़ी का भविष्य बर्बाद हो गया, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? इस बात का ध्यान हरियाणा पुलिस के उच्च अधिकारियों को जरा सा भी नहीं है। जब भी प्रदेश में कोई आंदोलन होता है तो दुनिया के स्टार कबड्डी रेडर अनूप की ड्यूटी कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगा दी जाती है।
हाल में प्रदेश में चल रहे जाट आंदोलन में पानीपत में उनकी ड्यूटी लगा दी गई। दो बार एशियन गेम में स्वर्ण पदक के अलावा भारत को विश्वकप जिताने वाले इस स्टार की ड्यूटी हमेशा ही लगी रहती है लेकिन सवाल यह है कि प्रदेश में ऐसे खिलाड़ी हैं जो पुलिस विभाग में ही हैं और अनूप के मुकाबले जूनियर खिलाड़ी भी हैं मगर उन्हें ऐसे मौके पर ड्यूटी पर नहीं भेजा रहा है। अर्जुन अवार्डी अनूप को वर्ष 2014 में हिसार के अंदर चले एक बाबा के आंदोलन में भी एक सप्ताह तक 24 घंटे ड्यूटी देनी पड़ी थी।
प्रदेश में कई खिलाड़ी हैं पुलिस में
प्रदेश में बड़ी संख्या में खिलाड़ी पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर व डीएसपी के पद पर हैं लेकिन उनको ड्यूटी पर नहीं भेजा जा रहा। भारतीय कबड्डी का हीरा कहे जाने वाले अनूप का प्रदर्शन इस समय दुनिया में सब से बेहतर चल रहा है। फिर भी उनसे दिन -रात ड्यूटी कराई जा रही है। प्रदेश के कुछ बॉक्सर प्रोफेशनल में गए हुए हैं और पुलिस में बड़े पद पर है। सरकार ने उन्हें ड्यूटी पर नहीं बुलाया, जबकि वो स्वयं के पैसे के लिए खेल रहे हैं। देश के स्टार कबड्डी खिलाड़ी को सुरक्षित रखने की बजाए ड्यूटी कराई जा रही है, जहां पर उन्हें चोट लगने का खतरा है।