स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए पहल
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : सेक्टर 14 के लोगों ने भी नए गुरुग्राम की सोसायटियों की तर्ज पर वैज्ञानि
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : सेक्टर 14 के लोगों ने भी नए गुरुग्राम की सोसायटियों की तर्ज पर वैज्ञानिक तरीके से कूड़ा प्रबंधन शुरू कर दिया है। सेक्टर 14 के लोगों कूड़ा प्रबंधन की थ्योरी रिसाइकिल, रियूज और रिड्यूस के फार्मूले पर काम किया जा रहा है। सेक्टर से निकलने वाला किचन वेस्ट और हॉर्टिकल्चर वेस्ट सेक्टर 15 पार्ट टू के नगर निगम द्वारा संचालित कचरा निस्तारण प्लांट में जाने लगा है।
सेक्टर के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल की अगुआई में शुरू हुए इस अभियान को शहर के विधायक उमेश अग्रवाल का भी पूरा सहयोग मिला। आरडब्ल्यूए ने नगर निगम से किचन वेस्ट एकत्र करने के लिए हरा और सूखा कूड़ा एकत्र करने के लिए नीला डस्टबिन मांगा। निगम की स्वच्छता अभियान से जुड़ी एजेंसी ने फिलहाल सेक्टर के परिवारों के लिए तीन हजार बिन उपलब्ध कराया है। इसमें से एक में लोग किचन और हॉर्टिकल्चर वेस्ट रख रहे हैं दूसरे में रिसाइकिल किए जाने योग्य सूखा कूड़ा रखा जा रहा है। मकर संक्रांति पर विधायक उमेश अग्रवाल के हाथों बहुत सारे परिवारों को कचरा अलग-अलग रखने के लिए बिन दिए गए। इस प्रणाली को नए गुरुग्राम के कॉलोनाइजर इलाकों की लगभग डेढ़ दर्जन सोसायटियां अपने स्तर पर कर रही हैं।
सेक्टर 14 के आरडब्ल्यूए प्रधान दिनेश अग्रवाल ने बताया कि हमलोग पूरी कोशिश करेंगे की शहर पर्यावरण सुरक्षित बने। जल्द ही सेक्टर 14 की नर्सरी में सेक्टर 14 का वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जाएगा। प्रशासन ने अनुमति दी है। हमलोग भी इसमें प्रशासन का सहयोग करेंगे। एक बिन आरडब्ल्यूए भी उपलब्ध कराएगी।
वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़े संगठनों ने किया स्वागत
व्हाई वेस्ट योअर वेस्ट जैसे शहर के पर्यावरण सुरक्षा और कूड़ा निस्तारण को वैज्ञानिक तरीके से कराने के लिए प्रेरित करने में जुटे संगठन प्रतिनिधियों ने सेक्टर 14 के लोगों के इस कदम का पुरजोर स्वागत किया है। संगठनों ने अपने फेसबुक पेज पर इस कार्यक्रम के चित्र लगाए हैं। इसके बारे में सकारात्मक कमेंट दिए हैं। नए गुरुग्राम के बाद पुराने गुरुग्राम में लोगों के इस स्वयं स्फूर्त कदम का स्वागत करते हुए सिटीजन एक्टिविस्ट रुचिका सेठी टक्कर ने कहा यह एक बढि़या कदम है, उम्मीद है कि शहर के बाकी सेक्टरों में भी यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी।