परंपरा के साथ मनाया गया करवाचौथ
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : करवाचौथ के अवसर पर बुधवार को घरों से लेकर बाजारों तक उत्सव का माहौल द
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम :
करवाचौथ के अवसर पर बुधवार को घरों से लेकर बाजारों तक उत्सव का माहौल दिखा। महिलाओं की बची हुई खरीदारी बुधवार को भी हुई तो बाजारों में मेहंदी लगाने वालों की चांदी रही। करवाचौथ के बदलते स्वरूप ने इसे बाजार तक पहुंचा दिया है। अब वह बात नहीं रही कि भूखे प्यासे महिलाएं घर के कामों में जुटी रहती हैं। अब तो महिलाएं व्रत के साथ साथ बाजार में भी निकलती हैं। पूरा दिन भूख प्यास महसूस न हो इसके लिए फिल्म देखने से लेकर किटी पार्टी करना इनको भाता है। शहर में कई जगह पर आयोजन हुए तो मॉल ग्राहकों से भरे नजर आए। शा¨पग व फिल्म देखने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं माल्स में पहुंची। शाम को चांद देखकर व्रत तोड़ा।
सरगी से हुई व्रत की शुरुआत
करवचौथ के व्रत की शुरुआत सरगी ग्रहण करने से हुई। परंपरा के अनुसार अल्ल सुबह तारे छिपने से पहले महिलाएं सरगी खाती हैं। यह सरगी अमूमन सास की तरफ से दी जाती है जिसमें मिष्ठान से लेकर मेवे व दूध, फीनियां व मठरी रहती है। इसे खान के बाद महिलाएं चांद दिखने तक कुछ न तो खा सकती हैं न ही पानी ग्रहण कर सकती हैं।
बाजारों में उमड़ा हुजूम
सुबह से अधिकतर महिलाएं बाजारों में नजर आईं। बात करने पर पता चला कि कुछ तो मेहंदी लगवाने के लिए आई हैं तो कुछ बची हुई खरीदारी पूरी करने के लिए बाजारों में पहुंची। बुधवार को भी चूड़ी, साड़ी व अन्य चीजें खरीदने के लिए महिलाएं विभिन्न बाजारों में पहुंची। सेक्टर 14 स्थित बाजार, सदर बाजार, सेक्टर 56 की हुडा मार्केट समेत अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में महिलाएं मेहंदी की कतारों में लगी रहीं। महिलाओं के साथ साथ छोटे बच्चे भी मेहंदी लगवाते नजर आए।
पार्लरों में रही भीड़
करवाचौथ पर चांद की खूबसूरती को मात देने के लिए महिलाएं अपना सौंर्दयवर्धन करती नजर आईं। करवचौथ पर भी महिलाएं पार्लरों में पहुंची अपनी खूबसूरती बढ़ाने के लिए सेवाएं ली। बुधवार को भी पार्लरों पर लंबी वे¨टग देखने को मिली।
सर्राफा बाजारों में रौनक
करवाचौथ पर ज्वेलरी की दुकानों पर भी जबरदस्त रौनक देखने को मिली। लोगों ने इस दौरान ज्वेलरी की खरीददारी की। इस अवसर के लिए खासतौर पर उतारी गई लाइटवेट ज्वेलरी को लोगों ने हाथों हाथ लिया। विभिन्न ज्वेलरी दुकानों पर महिलाएं खरीदारी करती नजर आईं।
दोपहर की पूजा
चांद से पहले महिलाएं करवाचौथ की कथा में हिस्सा लेती हैं। यह कथा दोपहर बाद होती है। शहर में विभन्न पार्कों व घरों से लेकर अन्य स्थानों पर महिलाएं कथा पूजा करती नजर आईं। इस दौरान बड़े गोल घेरे में बैठकर महिलाएं थाली फिराने की प्रथा के तहत परंपरागत तरीके से पूजा करते नजर आईं।