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एक्सप्रेस-वे पर रेत से भरा ट्रक पलटा, एक मरा

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस-वे पर रेत से भरा ट्रक पलट गया। इससे छत पर बैठ

By Edited By: Published: Sun, 25 Sep 2016 06:05 PM (IST)Updated: Sun, 25 Sep 2016 06:05 PM (IST)
एक्सप्रेस-वे पर रेत से भरा ट्रक पलटा, एक मरा

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस-वे पर रेत से भरा ट्रक पलट गया। इससे छत पर बैठे एक श्रमिक की मौत हो गई। घटना के बाद लगातार साढ़े घंटे तक ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित रही। सुबह की वजह से अधिक परेशानी नहीं हुई अन्यथा कई किलोमीटर तक लंबा जाम लग जाता। इस घटना से एक बार फिर एनएचएआइ, पुलिस एवं क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की लापरवाही उजागर हो गई। ओवरलोड वाहनों पर लगाम लगाने में तीनों विफल साबित हो रहे हैं।

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रविवार सुबह पांच बजे गुड़गांव से दिल्ली की तरफ जाने के दौरान रेत से भरा ओवरलोड एक ट्रक सिग्नेचर टावर के नजदीक असंतुलित होकर पलट गया। पलटने से पहले चालक कूदने में कामयाब हो गया लेकिन छत पर बैठा श्रमिक चपेट में आ गया। श्रमिक की पहचान नहीं हो पाई है। घटना की सूचना मिलते ही ट्रैफिक पुलिस एवं खेड़कीदौला टोल संचालन कंपनी स्काईलार्क के कर्मी मौके पर दो क्रेन के साथ पहुंचे। ट्रक को उठाकर दूसरी जगह ले जाने एवं रेत को साफ करने में साढ़े नौ बज गए। इस तरह लगातार साढ़े चार घंटे तक झाड़सा चौक से लेकर सिग्नेचर टावर के सामने तक ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित होने से वाहन रेंगते रहे। इसका असर दोनों तरफ सर्विस लेन पर पड़ने की वजह से काफी देर तक जाम रहा। सेक्टर 15 पार्ट दो इलाके में भी जाम का असर दिखाई दिया। सर्विस लेन पर जाम लगने से काफी लोग समय से सेक्टर 29 स्थित लेजर वैली पार्क या राहगीरी में भाग लेने के लिए नहीं पहुंच पाए। सेक्टर 31 निवासी राजेश कुमार, अमरीश त्यागी एवं जय ¨सह ने बताया कि वह सुबह साढ़े छह बजे तक रविवार को पार्क में पहुंच जाते हैं। जाम लगने की वजह से साढ़े सात बजे पहुंचा। उन्होंने बताया कि वे लोग दिल्ली में नौकरी करते हैं। रात दस बजे स लेकर सुबह आठ बजे तक ओवरलोड वाहन बेलगाम दौड़ते रहते हैं। कई बार वे लोग शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई असर नहीं। किसी दिन बड़ी घटना होगी फिर सभी रास्ते पर आएंगे।

एक्सप्रेस-वे पर टल गया बड़ा हादसा:यदि ट्रक सुबह पांच बजे की जगह आठ बजे के बाद पलटा होता तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। सुबह आठ बजे के बाद एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ना शुरू होता है। जहां पर हादसा हुआ उसी के नजदीक से एक्सप्रेस-वे सर्विस लेन पर वाहन आते हैं। इस वजह से वहां पर ट्रैफिक का दबाव काफी अधिक रहता है। वैसे भी सिग्नेचर टावर, इफको चौक एवं राजीव चौक के नजदीक एक्सप्रेस-वे पर सबसे अधिक ट्रैफिक का दबाव होता है।

एनएचएआइ, पुलिस व आरटीए फेल

एक्सप्रेस-वे पर ओवरलोड वाहनों पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी एनएचएआइ, पुलिस एवं आरटीए (क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण) की है। तीनों सौ फीसद इस बारे में फेल साबित हो रहे हैं। तीन दिन पहले भी रेत से भरा एक ट्रक सेक्टर 31 के सामने पलट गया था। उससे घंटों ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित रही थी। एक्सप्रेस-वे पर जगह-जगह कैमरे लगाए हुए हैं इसके बाद भी ओवरलोड वाहनों के ऊपर लगाम नहीं। इस बारे में एनएचएआइ के निदेशक (प्रोजेक्ट) एके शर्मा कहते हैं कि जल्द ही गुड़गांव पुलिस के साथ बैठक कर बेहतर प्ला¨नग की जाएगी। ओवरलोड वाहनों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस का सहयोग आवश्यक है।


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