नेत्रदान चेतना पखवाड़ा की शुरुआत स्कूली बच्चों को किया जा रहा जागरूक
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : 25 अगस्त से आठ सितंबर तक नेत्रदान जागरुकता पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : 25 अगस्त से आठ सितंबर तक नेत्रदान जागरुकता पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। निरामया चैरिटेबुल ट्रस्ट की ओर आयोजित इस कार्यशाला में शहर के स्कूलों को नेत्रदान को लेकर जागरूक किया जा रहा है। ताकि बच्चे अपने घरों में जाकर परिवार के बुजुर्गों को इसके बारे में बता सकें। आर्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मॉडल टाउन गर्ल्स स्कूल आदि में बच्चों को जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम में समाज सेवी जगन्नाथ आहूजा ने बच्चों को बताया कि आंखे मृत्यु के बाद दान की जा सकती हैं। एक व्यक्ति के नेत्रदान से दो नेत्रहीन देख सकते हैं।
निरामया प्रमुख डॉ. टीएन आहूजा ने कहा कि नेत्रदान चेतना के लिए यह पखवाड़ा हर साल 25 अगस्त से आठ सितंबर के बीच मनाया जाता है। नेत्रदान को अनिवार्य किया जाना चाहिए क्योंकि देश में बहुत सारे ऐसे नेत्रहीन हैं, जो इस महादान से दुनिया देख सकते हैं। निरामया चैरिटेबुल ट्रस्ट 2005 से नेत्रदान को लेकर जागरुकता कार्यक्रम चला रहा है। पूरे पखवाड़े में हमलोग यह कार्यक्रम चलाएंगे। गुड़गांव अधिसंख्य स्कूलों में निरामया के कार्यकर्ता जागरुकता करेंगे। श्री लंका जैसे छोटे से देश में अनिवार्य रूप से नेत्रदान किया जाता है। वहां से पूरी दुनिया को कार्निया प्राप्त होता है। अपने देश में यदि लोग नेत्रदान ज्यादा करने लगे तो कार्निया खराब होने के कारण कोई भी व्यक्ति नेत्रहीन नहीं रहेगा।