प्राइवेट खेल सेंटरों का अड्डा बनता जा रहा है नेहरू स्टेडियम
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : प्रदेश सरकार के आदेश हैं कि सरकारी स्टेडियम में कोई भी प्राइवेट प्रशिक्षण
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : प्रदेश सरकार के आदेश हैं कि सरकारी स्टेडियम में कोई भी प्राइवेट प्रशिक्षण सेंटर नहीं चलेगा। इस आदेश की अवहेलना यहां के नेहरू स्टेडियम में हो रही है। यहां पर सरेआम प्राइवेट प्रशिक्षण सेंटर चल रहे हैं। इस बात की जानकारी जिला खेल अधिकारी के पास है लेकिन उनकी ओर से कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। प्रशिक्षण लेने वाले बच्चों से रकम ली जा रही है। जब कोई उच्च अधिकारी आता है तो इन्हीं बच्चों में से कई को आगे कर उनसे यह कहलवाया जाता है कि प्रशिक्षक बहुत काबिल हैं उन्हें सरकारी तौर पर जिम्मेदारी दे जाए।
प्राइवेट प्रशिक्षक करते हैं चालाकी :
कई प्राइवेट प्रशिक्षक कोशिश कर रहे हैं कि बच्चों से होने वाली आमदनी जारी रहेगी साथ में विभाग में लगने से कुछ तनख्वाह भी मिलेगी। जिससे आमदनी डबल हो जाएगी। यही कारण है कि है बार बार बच्चों को अधिकारियों के सामने पेश कर प्रशिक्षक के तौर पर की मांग करवाई जा रही है। झूठे दावे किए जा रहे हैं कि समाज सेवा की जा रही। ताकि युवाओं को खेलों में आगे बढ़ाया जा सके।
फुटबाल अकादमी हुई बंद :
सरकार ने नेहरू स्टेडियम से प्राइवेट फुटबाल अकादमी को बंद करवा दिया था क्योंकि फुटबाल अकादमी हरियाणा फुटबाल एसोसिएशन चला रही थी। एसोसिएशन ने अकादमी चलाने के लिए खेल विभाग काउंसिल की बि¨ल्डग जिला प्रशासन से परमीशन से ले रखी थी और अकादमी ने टीम ने हरियाणा को कई ट्राफी जीतकर दी। लेकिन अकादमी एसोसिएशन चला रही थी जो सरकारी नहीं थी, यही कारण रहा है कि नियमों के चलते अकादमी बंद करनी पड़ी।
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स्टेडियम में एक स्कूली डीपी बॉ¨क्सग का सेंटर चला रहा है। वो सरकारी कर्मचारी है और अच्छे रिजल्ट दिए है हमें। लेकिन इसके अलावा कोई सेंटर चल रहे हैं यह उनकी जानकारी में नहीं है। जल्द ही सूचना ली जाएगी। बॉ¨क्सग के सेंटर के आलावा सब बंद किए जाएंगे।
-जगदीप ¨सह, खेल निदेशक।