पेयजल संकट बरकरार, लोग कर रहे हाहाकार
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पानी की किल्लत दूर होने की बजाय दिन रात बढ़ती जा रही है। लोग घरों में लगे
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पानी की किल्लत दूर होने की बजाय दिन रात बढ़ती जा रही है। लोग घरों में लगे नलों में पानी आने का इंतजार करते हैं लेकिन एक-एक दिन तक पानी नहीं आता है। पेयजल के लिए लगातार परेशानी झेल रहे लोगों का सब्र भी जवाब दे रहा है। कई कालोनियों के लोगों ने अधिकारियों से मिल अपनी पीड़ा सुनाई। कुछ अधिकारियों ने समस्या सुनी पर कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं जिन्होंने लोगों को धमकी दी कि या तो पानी ले लो या शोर मचा लो।
डीएलएफ सुशांत लोक
पॉश कॉलोनी डीएलएफ व सुशांत लोक, निरवाना कंट्री, साउथ सिटी में रात में आधे घंटे के लिए पानी आया। कुछ जगहों पर देर तक भी पानी आया लेकिन लोगों का कहना है कि टंकी की तलहटी तक ही पानी रह गया।
शहरीकृत गांव
गांव नाथूपुर, चकरपुर, सिकंदरपुर सरस्वती विहार घाटा गांव में लोगों के घरों में बूंद पानी नहीं आया। नाथूपुर निवासी कमला, सुनीता ने बताया पूरा दिन टैंकर का इंतजार करते गुजर जाता है।
नगर निगम की कालोनी
राजीव नगर, प्रेम नगर, ज्योति पार्क कृष्णा कालोनी सहित नगर निगम क्षेत्र की अधिकांश कालोनियों में जल संकट बरकरार रहा। कृष्णा कालोनी निवासी एमके सचदेवा ने बताया कि सात, आठ तथा अन्य गली में पांच दिन से पानी नहीं आया है।
हुडा सेक्टर
एक दो सेक्टर को छोड़ हुडा के सभी सेक्टरों में घोर जल संकट छाया हुआ है। सेक्टर 22 सहित कई सेक्टरों में दस मिनट के लिए पानी आता है। सेक्टर सात एक्सटेंशन में छठे दिन रात में आधे घंटे पानी आपूर्ति हुई। परेशान लोग हुडा अधिकारी से मिलने गए तो वह कार्यालय में नहीं मिले फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने लोगों से कहा हाय तौबा मचा लो तभी पानी मिलेगा।
सीएम ने ली रिपोर्ट
साइबर सिटी का पेयजल संकट सीएम दरबार तक पहुंच गया है। दैनिक जागरण में छपी खबरों को संज्ञान में लेते हुए सीएम ने हालातों की रिपोर्ट मांगी है। वहीं सीएम की खुफिया विंग अपने स्तर से जांच रिपोर्ट तैयार कर रही है।
हुडा अधिकारी बिजली नहीं मिलने का रो रहे रोना
सीएम को भेजी गई रिपोर्ट में हुडा अधिकारियों की ओर से बताया गया कि ट्रीटमेंट प्लान में सरप्लस पानी है। बिजली ट्रिप होने से पानी की आपूर्ति सही तरीके से नहीं हो रही है।
बिजली आपूर्ति में बाधा के साथ पानी आपूर्ति नहीं होने की वजह नलकूप हाउस में जमे आपरेटर भी हैं। जो सालों से एक ही जगह जमें हैं। कईयों ने तो अपनी जगह लड़के या फिर सेक्टर या गांव के किसी व्यक्ति को सुबह शाम मोटर चलाने की जिम्मेदारी दे रखी है। प्रशासन ऐसे आपरेटरों की लिस्ट बना जल्दी ही उन्हें दूसरी जगह भेजने वाला है।