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चिकित्सकों की लापरवाही से गर्भ में ही मर गया शिशु

सोनू यादव, गुड़गांव : गुड़गांव गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर तैनात दो महिला चिकि

By Edited By: Published: Wed, 04 May 2016 01:01 AM (IST)Updated: Wed, 04 May 2016 01:01 AM (IST)
चिकित्सकों की लापरवाही से गर्भ में ही मर गया शिशु

सोनू यादव, गुड़गांव : गुड़गांव गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर तैनात दो महिला चिकित्सकों डॉ. सोनिया और डॉ. कविता पर आरोप है कि उन्होंने एक गर्भवती महिला को पांच दिनों तक पीएचसी के चक्कर कटवाए। लेकिन उसके गर्भ से तीन दिनों से गिर रहे पानी की गंभीर परेशानी का इलाज नहीं किया। आखिरकार उसने 23 अप्रैल की रात मृत बच्चे को जन्म दिया। महिला ने बच्चे की मौत के लिए दोनों महिला चिकित्सकों को दोषी ठहराया है। इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सीएम विंडो, पुलिस आयुक्त और सीएमओ को शिकायत दी है।

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18 अप्रैल से शुरू हुई महिला चिकित्सकों की लापरवाही

मूल रूप से कानपुर के लाल बंगला निवासी टेलर नीसार अपनी पत्‍‌नी के साथ गुड़गांव गांव में रहता है। अपनी गर्भवती पत्‍‌नी शालिया का इलाज शुरू से ही पीएचसी गुड़गांव गांव में करा रहा था। 18 अप्रैल को भी वह पत्‍‌नी का चेकअप कराने पहुंचा। इसके बाद उन्हें 19 अप्रैल की डिलीवरी की डेट दी गई। 19 अप्रैल को गए तो डॉ. कविता ने चेक किया और अल्ट्रासाउंड देख फिट बताया और कहा कि लेबर पेन शुरू होते ही आ जाना। 20 अप्रैल तक भी लेबर पेन नहीं हुआ, लेकिन शाम को गर्भ से पानी गिरना शुरू हो गया। वह पत्‍‌नी को लेकर पीएचसी गया। यहां डॉ. सोनिया मिली और कहा कि नार्मल बात है। 21 अप्रैल को भी पानी ज्यादा गिरता रहा तो वे पीएचसी गए जहां डॉ. कविता और अन्य स्टाफ ने सुनवाई नहीं की। 22 अप्रैल को सुबह और शाम करीब पांच बजे गए। डॉ. कविता को बताया कि बच्चा नहीं हिल रहा। उन्हें रात आठ बजे बुलाया गया। रात को डॉ. सोनिया मिली, जिसने अगले दिन सुबह बुलाया। 23 अप्रैल की सुबह सात बजे पीएचसी गए तो डॉ. सोनिया और एक दाई मिली। दाई ने चेक कर डाक्टर को बताया कि बच्चे की सास नहीं चल रही, वह मर चुका है। डॉ. सोनिया ने कहा कि बच्चा शायद उल्टा हो गया है और गुड़गांव सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। सुबह सात बजे रेफर करने के बाद कहा कि हम अपना काम निपटा लेते हैं, फिर अपने साथ ही अस्पताल लेकर जाएंगे। दोपहर ढाई बजे एक नर्स के साथ अस्पताल भेजा गया। जहां अल्ट्रासाउंड से पता चला कि गर्भस्थ शिशु मर चुका है। गर्भवती की जान को खतरा को देखते हुए प्राइवेट नर्सिग होम में डिलीवरी हुई और मृत बच्चे को जन्म दिया।

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मामला हमारे संज्ञान में आया है। जिसकी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. नीलम थापर, डिप्टी सीएमओ, पीएचसी व सीएचसी प्रभारी।


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