फौगाट बहनों पर दो वर्ष का प्रतिबंध लगभग तय
अनिल भारद्वाज, गुड़गांव : अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ (आइडब्ल्यूएफ) के कड़े रुख के चलते गीता व बबीता फ
अनिल भारद्वाज, गुड़गांव : अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ (आइडब्ल्यूएफ) के कड़े रुख के चलते गीता व बबीता फौगाट पर दो वर्ष का प्रतिबंध लगाया जाना तय हो गया है। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) ने दोनों बहनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दोनों से मंगोलिया में कांस्य पदक के मुकाबले में अखाड़े में उतरने से इनकार करने का कारण पूछा है। अधिकृत सूत्रों का कहना है कि नोटिस तो बहाना है, प्रतिबंध की पूरी तैयारी हो चुकी है। प्रतिबंध लगने के बाद दोनों बहनों का करियर संकट में घिर सकता है। सूत्रों का कहना है कि डब्ल्यूएफआइ में इस समय ऐसे कई पहलवान हैं, जो खुद को देश व कुश्ती से बड़ा समझ रहे हैं। ऐसे में सबको कड़ा संदेश देने के लिए महासंघ कड़े कदम उठा सकता है।
इसी सप्ताह मंगोलिया में जब दोनों पहलवान कांस्य पदक के लिए मुकाबले में प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अखाड़े में उतरने से मना कर दिया तो अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ के प्रधान नेनाद लालोविक ने भारतीय कुश्ती संघ के प्रधान बृजभूषण शरण सिंह को दोनों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा दिया था।
प्रो-कुश्ती लीग में खेलने पर प्रतिबंध
दोनों पहलवानों पर प्रतिबंध लगने के बाद प्रो-कुश्ती लीग में भी ये नहीं खेल पाएंगी। डब्ल्यूएफआइ से मान्यताप्राप्त किसी भी कुश्ती मुकाबले में शामिल होने पर रोक लग जाएगी।
विनेश फौगाट को चेतावनी
रियो ओलंपिक को देखते हुए डब्ल्यूएफआइ ने विनेश को चेतावनी देकर छोड़ दिया। अगर ओलंपिक सामने नहीं होता तो विनेश पर भी प्रतिबंध लगना तय था। क्योंकि कुश्ती प्रशिक्षकों का कहना है कि विनेश भी कहना नहीं मानती हैं।
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वर्जन
नोटिस का जवाब देने का समय 15 दिन है। उसके बाद कमेटी निर्णय करेगी, लेकिन इतना तय है कि किसी को देश का नाम खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ऐसा कुछ कदम जरूर उठाया जाएगा ताकि भविष्य में कोई खिलाड़ी देश व कुश्ती से बड़ा समझने की गलती न करें।
-वीएन प्रसूद, महासचिव भारतीय कुश्ती महासंघ।