गुड़गांव को मिली देश की सबसे महंगी कुश्ती की मेजबानी
अनिल भारद्वाज, गुड़गांव : गुड़गांव वालों को गर्व करने का एक और मौका राज्य सरकार ने दिया है। एक करोड़
अनिल भारद्वाज, गुड़गांव : गुड़गांव वालों को गर्व करने का एक और मौका राज्य सरकार ने दिया है। एक करोड़ रुपये इनाम राशि वाले भारत केसरी कुश्ती दंगल की मेजबानी के लिए सरकार ने गुड़गांव को चुना है।
मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के खेल मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में उच्च अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह तय किया गया है। अगले माह 23 मार्च को शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर दंगल शुरू होगा। इनाम की घोषणा सरकार पहले ही कर चुकी थी। यह देश की सबसे महंगी कुश्ती होगी और इसका राज्य सरकार पहली बार आयोजन करने जा रही है।
5100 रुपये तो मिलना तय
इस कुश्ती दंगल में इनाम विंबलडन की तर्ज पर रखा गया है, जो भी पहलवान इस दंगल में शामिल होगा उसे 5100 रुपये तो मिलना तय है। पहलवान अगर पहला राउंड जीतता है तो अलग से 7100 और दूसरा राउंड जीतने पर 11 हजार रुपये व तीसरा राउंड जीतने पर 21 हजार मिलेंगे। इस तरह एक पहलवान को तीन राउंड जीतने पर 44,200 रुपये मिलेंगे और साथ में 1 लाख क्वार्टर फाइनल में एंट्री करने पर मिलेंगे।
पहलवान होंगे मालामाल
-भारत केसरी खिताब पर इनाम 1 करोड़ और दूसरे स्थान पर रहने वाले पहलवान को 50 लाख, तीसरे स्थान 25 लाख, चौथे स्थान पर 10 लाख, पांचवें स्थान पर 5 लाख, 6वें स्थान पर 3 लाख, 7वें स्थान पर 2 लाख, 8 वें स्थान पर रहने पर 1 लाख रुपये मिलेंगे।
दंगल में शामिल होने की शर्त
अगर कोई पहलवान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती लड़ रहा है तो उसे मौका दिया जाएगा। जूनियर व सीनियर वर्ग में राष्ट्रीय स्तर मेडल विजेता तथा पिछले 3 वर्ष में भारत व ¨हद केसरी दंगल में प्रथम व दूसरे स्थान पर रहने वाले पहलवान को भी जगह मिलेगी। इसी तरह पिछले तीन वर्ष में सभी प्रदेशों में प्रदेश केसरी रहने वाले पहलवान व दूसरे स्थान पर रहने वाले पहलवान भी इसमें शामिल हो सकेंगे।
आवेदन की प्रक्रिया
ऐसे करेंगे आवेदन
कुश्ती दंगल के लिए आवेदन लेने की तारीख 10 से 29 फरवरी तय की गई है। आवेदन खेल निदेशालय चंडीगढ़ में लिए जाएंगे। तय मापदंडों पर जो पहलवान फिट मिलेगा, उसे प्रतियोगिता के लिए हरी झंडी मिल जाएगी।
वर्जन
कई शहर दावेदारी में थे लेकिन गुड़गांव मेजबानी करने की बाजी जीतने में कामयाब रहा। खेल मंत्री अनिल विज ने गुड़गांव के नाम पर मोहर लगा दी।
-जगदीप सिंह, खेल निदेशक हरियाणा।