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एसपीसी छात्रों ने ट्रैफिक नियमों के प्रति किया जागरूक

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : 20वें कार फ्री डे के दौरान मंगलवार को एसपीसी (स्पेशल पुलिस कैडेट) छात्

By Edited By: Published: Tue, 09 Feb 2016 08:45 PM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2016 08:45 PM (IST)
एसपीसी छात्रों ने ट्रैफिक नियमों के प्रति किया जागरूक

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : 20वें कार फ्री डे के दौरान मंगलवार को एसपीसी (स्पेशल पुलिस कैडेट) छात्रों ने प्रदर्शनी लगाकर ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक किया। सेक्टर-29 स्थित हीरो ट्रैफिक पार्क में यह प्रदर्शनी लगाई। जिसके बाद इन छात्रों को सदर थाने और भोंडसी जेल का निरीक्षण कराया गया। सदर थाने में छात्रों को समझाया गया कि कैसे पुलिस थाने में काम करती है और थाने में क्या-क्या होता है।

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कार फ्री डे के अवसर पर साइकिल रैली भी निकाली गई। सेक्टर-29 में ट्रैफिक पार्क से हुडा सिटी सेंटर और बख्तावर चौक होते हुए साइकिल रैली सदर थाने तक पहुंची। साइकिल रैली के जरिये शहरवासियों को कार फ्री डे अभियान के प्रति अवेयर किया गया। गुड़गांव पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क, संयुक्त पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, हीरो कंपनी के कर्मचारियों, मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों समेत एनजीओ के मिलाकर करीब 70 लोगों ने साइकिल रैली में हिस्सा लिया।

जाना पुलिस का काम

करीब 80 एसपीसी छात्रों को ट्रैफिक पार्क से बस में बैठाकर सदर थाने ले जाया गया। यहां कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने सदर थाने का विजिट किया। पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क और संयुक्त आयुक्त सौरभ सिंह ने बच्चों को संबोधित करते हुए उन्हें कार फ्री डे अभियान के बारे में समझाया। छात्रों को बताया गया कि वे पुलिस के एसपीसी मुहिम से जुड़कर कैसे समाज को अच्छी व बेहतर दिशा देने में योगदान दे रहे हैं। कैसे वे अपनी भूमिका निभाकर अपने परिजनों व पड़ोसियों को भी जिम्मेदार नागरिक बना सकते हैं। इस दौरान सदर थाना प्रभारी विजय कुमार ने छात्रों को पूरे थाने में घुमाकर मुंशी कक्ष, हवालात, मालखाना समेत सभी जगह दिखाई। छात्रों को बताया गया कि कैसे यहां पुलिस काम करती है। किस तरह से काम किया जाता है। कैसे काम को आपस में बांटा गया है और किसकी क्या जिम्मेदारी है।

कैदियों के काम को भी देखा

सदर थाने के बाद एसपीसी छात्रों को भोंडसी जेल में भी विजिट कराया गया। उन्हें बताया गया कि यहां कैसे कैदियों को रखा जाता है। उनसे क्या काम लिया जाता है।


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