एक्सरे रिपोर्ट करा रही है अस्पताल की परिक्रमा
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : जिला नागरिक अस्पताल में डाक्टर होने के बाद भी एक्सरे की रिपोर्ट समय पर तै
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : जिला नागरिक अस्पताल में डाक्टर होने के बाद भी एक्सरे की रिपोर्ट समय पर तैयार नहीं होती, जिससे मरीजों व पुलिस वालों को बार बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। कई मामलों में एफआइआर दर्ज करने में लंबित एक्सरे रिपोर्ट अड़ंगा बनी हुई है।
दरअसल झगड़े या रोड दुर्घटना में घायल व्यक्ति को कितनी चोट है या दोनों स्थिति में व्यक्ति की मौत होने पर भी एक्सरे रिपोर्ट ली जाती है। एक्सरे की रिपोर्ट से ही तय होता है कि व्यक्ति को कितनी गंभीर चोट लगी है। एक्सरे रिपोर्ट रेडियोलॉजिस्ट तैयार करता है। उसी आधार पर पुलिस रिपोर्ट तैयार करती है कि व्यक्ति को कितनी गंभीर चोटें आई हैं। बताया जा रहा है कि करीब 150 लोगों की रिपोर्ट तैयार की जानी है और यह कार्य पिछले दो माह से पेंडिंग चला आ रहा है।
अस्पताल में जब तीन चार माह पहले गुड़गांव में रेडियोलॉजिस्ट डाक्टर नहीं थे तो एक्सरे रिपोर्ट के लिए रोहतक पीजीआई में जाना होता था। अगर किसी खिलाड़ी ने आयु प्रमाण पत्र बनवाना है तो उसके लिए भी रोहतक जाना होता था लेकिन अब जब डाक्टर मौजूद है तो भी एक्सरे रिपोर्ट बनाने में देरी हो रही है। यह सिलसिला लंबा चला आ रहा है और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस पर ध्यान तक नहीं दिया है।
कम तनख्वाह का रहता है रोना
डाक्टरों का मरीजों के सामने काम का बोझ व कम तनख्वाह का रोना हर रोज चलता है। डाक्टर कहते मिलते हैं कि कम तनख्वाह में ज्यादा काम ले रहे हैं। शायद इसी कारण डाक्टर कम काम कर रहे हैं। डाक्टरों के हालात यह है कि नौकरी भी नहीं छोड़नी है और काम भी नहीं करना है। जबकि आए दिन मरीजों को परेशानी हो रही है और सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है।
जो एक्सरे रखे हुए थे सभी की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जल्द पूरा काम कर लिया जाएगा। बीच में कुछ दिन रिपोर्ट तैयार नहीं हुई थी, लेकिन अब जल्दी जल्दी की जा रही है।
-डा.कांता गोयल, प्रधान चिकित्सा अधिकारी।