लिंग जांच करने वालों की जानकारी करे साझा : उपायुक्त
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : हरियाणा में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान को लेकर प्रदेश के साथ पड़ोसी राज
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : हरियाणा में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान को लेकर प्रदेश के साथ पड़ोसी राज्यों में भ्रूण की लिंग जाच करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए सोमवार को गुड़गांव में हरियाणा प्रदेश व पड़ोसी राज्य के नोडल अधिकारियों के बीच समन्वय समिति की बैठक का आयोजन सेक्टर 29 स्थित हूडा जिम खाना क्लब में किया गया। इस मौके पर उपायुक्त टी एल सत्यप्रकाश ने अपने अनुभव सांझे किए और भविष्य में सूचनाओं का आदान-प्रदान करने पर प्लानिंग की। उपायुक्त ने कहा कि भ्रूण की लिंग जाच के मामले में हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन ने जीरो टोलरेंस अपनाया हुआ है और स्वयं मुख्यमंत्री हर महीने लिंग अनुपात की समीक्षा करते हैं, लेकिन आज भी सूचना मिल रही है कि हरियाणा से गर्भवती महिलाओं को भू्रण की लिंग जाच करवाने के लिए पड़ोसी राज्यों में ले जाया जा रहा है।
उपायुक्त ने राजस्थान, दिल्ली ,पंजाब के पीएनडीटी नोडल अधिकारियों से अपील की कि वे इस मामले में हरियाणा का सहयोग करे। उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन ने जिला में रेडक्रॉस सोसायटी, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग व ड्रग कंट्रोल विभागों की एक संयुक्त समिति बनाई हुई है जो भ्रूण की लिंग जाच में शामिल व्यक्तियों की सूचना मिलने पर योजना बनाकर उनको रंगे हाथों पकड़ती है। उन्होने कहा कि इस टीम ने पिछले दिनों सराहनीय कार्य किया है और जिला के 6 अल्ट्रासाउंड केंद्रों को सील किया है।
गुड़गांव में 12 हजार आटो वाले हैं उनमें बैठकर जाने वाले यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है और हेल्पलाइन नंबर 8010088088 का स्टीकर भी जारी किया। डा. जी एल सिंघल ने बताया कि देश के 100 जिलों में हरियाणा के 8 जिले डार्क जॉन में शामिल हैं जहा पर लिंग अनुपात बुरी तरह गड़बड़ाया हुआ था। प्रदेश में 6 जिलों में लड़कियों की संख्या का आंकड़ा 900 से ऊपर है, जबकि वर्ष 2012 में केवल एक जिले में लड़कियों की संख्या 900 से ऊपर थी। इसी प्रकार 2013 व 2014 में तीन-तीन जिलों में ही आकड़ा 900 से पार था। वर्तमान में जन्म के समय हरियाणा के लिंग अनुपात में सुधार देखा गया है। 1 हजार लड़कों पर 889 लड़कियां है। भ्रूण की लिंग जाच करने वालों पर 110 एफआईआर दर्ज की गई और 45 अल्ट्रासाउंड केंद्र सील किए गए और गर्भपात की दवाएं अवैध रूप से बेचते पाएं जाने पर 35 दवा विक्रेताओं की दुकाने सील की गई।