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भोंडसी जेल में हर 13वां कैदी प्रयोग कर रहा मोबाइल

सोनू यादव, गुड़गांव : जिला कारागार भोंडसी में बंद हर 13वां कैदी मोबाइल फोन प्रयोग कर रहा है लेकिन

By Edited By: Published: Tue, 04 Aug 2015 01:59 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2015 01:59 AM (IST)
भोंडसी जेल में हर 13वां कैदी प्रयोग कर रहा मोबाइल

सोनू यादव, गुड़गांव : जिला कारागार भोंडसी में बंद हर 13वां कैदी मोबाइल फोन प्रयोग कर रहा है लेकिन जेल प्रशासन चैन की नींद सोए हुए है। सर्विलांस जांच में करीब 160 मोबाइल भोंडसी जेल के अंदर सक्रिय पाए गए हैं। गुड़गांव पुलिस ने जांच के आधार पर जेल प्रबंधन को पत्र लिखकर मोबाइल बरामद करने को कहा जिसके बाद एक सप्ताह चली कार्रवाई में जेल प्रशासन महज 11 मोबाइल ही बरामद कर सका है। 160 में से सिर्फ 11 मोबाइल बरामद होना जेल प्रशासन की कार्रवाई को संदेह के घेरे में खड़ा करता है। भोंडसी जेल में करीब 2100 कैदी हैं जिनमें से 160 मोबाइल का प्रयोग कर रहे हैं। इस तरह जेल में बंद हर 13वां कैदी मोबाइल प्रयोग कर रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क ने भोंडसी जेल के अधीक्षक कुलबीर सिंह के साथ बैठक कर इस पर लगाम लगाने को लेकर चर्चा की।

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विशेष जांच में हुई बरामदगी

गुड़गांव पुलिस आयुक्त कार्यालय की ओर से लिखे गए पत्र के बाद भोंडसी जेल अधीक्षक कुलबीर सिंह ने जेल के बैरकों में मोबाइल ढूंढने के लिए विशेष जांच अभियान चलवाया। सप्ताह के भीतर पांच दिन विशेष जांच की गई। इसमें एक दिन सात तो दूसरे दिन मात्र चार मोबाइल ही जेल प्रशासन ढूंढ सका। बाकी के मोबाइल का पता ही नहीं चला।

जेल में साजिश पर हुए चौकन्ने

दरअसल पिछले कुछ समय में कई ऐसे मामले सामने आए जिनकी जांच में पाया गया कि आपराधिक वारदात की साजिश भोंडसी जेल में बंद कैदी ने रची। 15 जुलाई की सुबह एमजी रोड पर गैंगवार की वारदात में भी यही सामने आया कि जेल में बंद कैदी संदीप उर्फ डब्बू ने मोबाइल पर बात करने के बाद पूरी साजिश रची और हमले को अंजाम दिलाया। इसी तरह के अन्य मामलों को देखते हुए अपराध शाखा व साइबर सैल की टीम ने पिछले कुछ दिनों से भोंडसी जेल में सर्विलांस लगाया हुआ था जिसमें जेल के अंदर मोबाइल सक्रिय होने की बात सामने आई।

ऐसे पहुंचते हैं जेल के अंदर मोबाइल

- बीमारी कैदियों को अक्सर भोंडसी जेल से सिविल अस्पताल लाया जाता है। यहां परिचित मिलते हैं और कैदी को मोबाइल या सिम दे देते हैं जिसे वह अपने शरीर में छुपाकर अंदर ले जाता है।

- जिला अदालत में पेशी पर आने के दौरान भी कैदी अपने परिचितों से मोबाइल लेकर अंदर पहुंच जाता है।

- भोंडसी जेल की दीवार के पास से भी मोबाइल अंदर फेंके जाते हैं। ये मोबाइल इतनी दूरी पर फेंके जाते हैं कि जेल की बाहरी और अंदर वाली दीवार को पार कर ग्राउंड में पहुंच जाए।

- कैदी से मिलने जब परिजन भोंडसी जेल पहुंचते हैं तो यहां भी वे जेल प्रशासन की नजर से बचकर चुपके से उसे मोबाइल दे देते हैं।

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सर्विलांस जांच के दौरान करीब 160 मोबाइल भोंडसी जेल के अंदर सक्रिय पाए गए हैं। इसके लिए जेल प्रबंधन को पत्र लिखकर कार्रवाई की गई है। जेल प्रबंधन से चर्चा कर इन पर लगाम लगाने की कार्रवाई की जाएगी।

-नवदीप सिंह विर्क, पुलिस आयुक्त, गुड़गांव

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जेल में करीब 2100 कैदी हैं जिनमें महिला कैदियों की संख्या 60 के आसपास है। पिछले सप्ताह हमने जांच के दौरान 11 मोबाइल बरामद कर पुलिस को एफआइआर के लिए लिखा। मोबाइल प्रयोग पर हम लगातार सख्ती बरत रहे हैं।

-रमेश कुमार, उप अधीक्षक, जिला कारागार, भोंडसी।


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