आइपीएस विनोद कौशिक निलंबित
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : प्रदेश की मनोहरलाल खट्टर सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ शुक्रवार को बड़ी वि
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : प्रदेश की मनोहरलाल खट्टर सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ शुक्रवार को बड़ी विकेट गिरी। गुड़गांव में पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक) के पद पर तैनात वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी विनोद कौशिक को निलंबित कर दिया गया।
कुछ दिन पहले पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क ने भ्रष्टाचार की शिकायत के आधार पर कौशिक के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी। विर्क ने कौशिक से ट्रैफिक कर्मियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार भी ले लिया था। साथ ही आंतरिक स्तर पर जांच भी शुरू कर दी थी। बताया जाता है कि विर्क की सिफारिश को आधार मानते हुए प्रदेश सरकार ने कौशिक को निलंबित कर दिया। प्रदेश की भाजपा सरकार ने पहली बार गुड़गांव में इतने बड़े अधिकारी को भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित किया है। शुक्रवार शाम कौशिक को निलंबित किए जाने की सूचना फैलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। अब सभी में यह संदेश चला गया है कि जिसके खिलाफ शिकायत ऊपर पहुंची, कार्रवाई होगी। प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करने वाली। पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क ने स्वीकार किया कि भ्रष्टाचार की शिकायत सामने आने पर कौशिक के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश उन्होंने की थी। भ्रष्टाचार जैसे मामले में आइएएस एवं आइपीएस कैडर के अधिकारियों पर कम ही गाज गिरती आई है। अक्सर निचले स्तर के अधिकारी या कर्मचारी ही शिकार होते आए हैं।