ग्यारहवीं में दाखिले के लिए भटक रहे विद्यार्थी
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : स्कूलों के खुलने के बाद अब जो दिक्कत आ रही है वह ग्यारहवीं में दाखिल
जागरण संवाददाता, गुड़गांव :
स्कूलों के खुलने के बाद अब जो दिक्कत आ रही है वह ग्यारहवीं में दाखिले को लेकर आ रही है। विद्यार्थी स्कूलों के खुलने के बाद दाखिलों के लिए पहुंच रहे हैं जबकि दाखिले की अंतिम तिथि 30 जून थी। विद्यार्थियों का कहना है कि जब वे छुंिट्टयों के दौरान स्कूल में गए तो उन्हें स्कूल खुलने के बाद आने को कहा गया लेकिन अब स्कूलों के खुलने के बाद कहा जा रहा है कि दाखिले की तिथि निकल गई है।
शहर के विभिन्न स्कूलों में ग्यारहवीं कक्षा में दाखिला लेने के लिए विद्यार्थी समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या करें। विद्यार्थियों का कहना है कि छुंिट्टयों में वे स्कूलों में गए तो उनसे बाद में आने को कहा गया। बाद में छुंिट्टयों के बाद विद्यार्थी स्कूलों में पहुंचे तो पता चल रहा है कि विभाग की तरफ से जारी की गई दाखिला तिथि निकल गई है। सिविल लाइंस स्थित बाल विद्यालय में अपने बेटे का दाखिला दिलाने पहुंचे पवन कुमार का कहना था कि पहले बच्चे स्कूल में आए थे, लेकिन तब उनसे स्कूल स्टाफ ने कहा था कि वे बाद में आएं। इसके बाद किसी प्रकार की कोई जानकारी न मिलने पर वे स्कूल खुलने के बाद गए तो अब स्कूल प्रबंधन कह रहे हैं कि अब दाखिला नहीं दिया जा सकता। विद्यार्थियों व अभिभावकों को समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या करें। अभिभावक राजकुमारी का कहना है कि इस तरह से तो विद्यार्थियों का एक साल खराब हो जाएगा। हालांकि अभी उम्मीद लगाई जा रही है कि विभाग दाखिलों की तिथि बढ़ा देगा और विद्यार्थियों को दाखिले दिए जा सकेंगे। हालांकि आधिकारिक रूप से कोई इस बात को नहीं कह रहा है, लेकिन स्कूलों में विद्यार्थियों को यही कहा जा रहा है कि हो सकता है तिथि बढ़ जाए तो उन्हें दाखिला दे दिया जाएगा। अब विद्यार्थियों को यह लग रहा है कि अगर तिथि नहीं बढ़ी तो क्या होगा और अगर बढ़ी तो उन्हें जानकारी कैसे मिलेगी। हालांकि विभाग ने पहले भी विद्यार्थियों के दसवीं के परिणाम घोषित न होने की स्थिति में ग्यारहवीं में प्रोविजलन दाखिले के लिए समय दिया था लेकिन बाद में उसे बढ़ा दिया गया और तिथि 30 जून कर दी गई थी। कुछ विद्यार्थी जानकारी के अभाव में दाखिलों के लिए स्कूल नहीं पहुंचे तो कुछ पहुंचे तो उनसे बाद में आने को कह दिया गया। कुल मिलाकर भ्रम की स्थिति में विद्यार्थी दाखिला लेने से चूक गए।
हरियाणा लेक्चरर्स एसोसिएशन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बाल किशन यादव का कहना है कि विभाग अक्सर इसके लिए तिथि बढ़ा देता है तो उम्मीद है कि इस बार भी ऐसा होगा।