जांच शुरू होते ही मिली गुम हुई मास्टर फाइल
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : मामला दर्ज कराने की कवायद शुरू करते ही हुडा विभाग में हुए पिकअप वैन खरीद
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : मामला दर्ज कराने की कवायद शुरू करते ही हुडा विभाग में हुए पिकअप वैन खरीद घोटाले की गुम हुई फाइल मिल गई है। मुख्य लेखाधिकारी द्वारा फाइल गुम करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की धमकी दी गई थी। इसके बाद बृहस्पतिवार को यह फाइल अचानक रिकॉर्ड रूम में रखी मिली। फाइल मिलते ही हुडा प्रशासक की ओर से फाइल को चीफ विजिलेंस ऑफिसर को भेज दिया गया है।
आरोप है कि सफाई ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए यह पूरा घोटाला हुआ था। पूर्व अधिकारियों ने ठेकेदार से मिलीभगत कर हुडा विभाग को करीब 51 लाख रुपये का चूना लगा दिया। 13 दिसंबर 2011 को गुड़गांव की एक एजेंसी से महिंद्रा गेटियो ग्रेड-4 व्हीकल खरीदे गए। एक व्हीकल की कीमत पांच लाख 73 हजार 297 रुपये थी। कुल नौ व्हीकल 51 लाख 59 हजार 673 रुपये में चेक से पेमेंट कर खरीदे गए। अथॉरिटी के पैसों से पिकअप वैन खरीदकर ठेकेदार से सिर्फ एक लाख सुरक्षा राशि लेकर उसे पिकअप वैन दे दी गई। इसके बाद कोई किराया नहीं लिया गया जिससे हुडा को पिकअप वैन खरीदे गए पैसे भी वापस नहीं मिले।
विजिलेंस विंग ने जांच की तो खुलासा हुआ कि बिना अनुमति के पिकअप खरीदे गए थे। मुख्यालय स्तर के किसी अधिकारी के संज्ञान में बात नहीं डाली गई थी। वाहन खरीदने के दो दिन बाद हुडा विभाग के मुख्य प्रशासक कार्यालय को पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई थी लेकिन अभी तक नहीं मिली।
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पूरे मामले की जाच विभाग विजिलेंस विंग कर रही है। केस से जुड़े सभी दस्तावेज मागे गए थे लेकिन पूरी प्रक्रिया जिस फाइल में थी वह गायब थी। एफआइआर की धमकी के बाद बृहस्पतिवार को अचानक यह फाइल में मिल गई। इसे जाच के लिए चीफ विजिलेंस ऑफिस भेजा दिया गया है।
-अनीता यादव, हुडा प्रशासक।