भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों पर सीएम की नजर
आदित्य राज, गुड़गांव : भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों की खैर नहीं। मुख्यमंत्री ने गोपन
आदित्य राज, गुड़गांव : भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों की खैर नहीं। मुख्यमंत्री ने गोपनीय तरीके से जानकारी हासिल करनी शुरू कर दी है। जिम्मेदारी ओएसडी सहित कुछ विश्वस्त अधिकारियों को सौंपी गई है। इससे अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों में हड़कंप मचना शुरू हो गया है।
पिछले कुछ समय से प्रदेश सरकार के पास यह शिकायत पहुंच रही थी कि सत्ता परिवर्तन के बाद भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कार्यशैली में बहुत अधिक सुधार नहीं हुआ है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने अपने दो ओएसडी सहित कुछ विश्वस्त अधिकारियों से कहा है कि वे पता लगाएं कि सच्चाई क्या है।
सूत्र बताते हैं कि पिछले तीन दिनों से ओएसडी (विशेष कार्य अधिकारी) जवाहर यादव विभिन्न विभागों की जानकारी आम आदमी की तरह ले रहे हैं। हुडा में नक्शा पास कराने के नाम पर, कम्प्लीशन सर्टिफिकेट के नाम पर रिश्वत लेना आम बात है। इसके अलावा भी कई कार्यो को लेकर पैसे लिए जाते हैं। बिजली निगम में भी काम कराने के बदले अधिकारी को सेवा करने की बात सामने आई है। सेक्टर-18 स्थित बिजली निगम के सब डिवीजन कार्यालय में एक बिजली कर्मी एक उपभोक्ता से यह कहता मिला कि काम तो हो जाएगा लेकिन अधिकारी को खुश करना होगा। इसी तरह नगर निगम कार्यालय में कई कार्यो को लेकर अभी भी पैसे लिए जा रहे हैं। लघु सचिवालय स्थित एसडीएम कार्यालय के सामने सिंगल विंडो में दलाल चक्कर लगाते रहते हैं। वे लोगों से पैसे लेकर काम कराते हैं। इसी तरह कई विभागों में लेन-देन की जानकारी सामने आई है। ओएसडी के साथ ही कई अधिकारी भी जानकारी हासिल कर रहे हैं। सभी विभागों के बारे में जल्द ही रिपोर्ट मुख्यमंत्री सामने रखी जाएगी। इसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पूरे प्रदेश में की जा रही निगरानी
ऐसा नहीं है कि केवल गुड़गांव के सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बारे में जानकारी की जा रही है बल्कि प्रदेश के सभी जिलों में इसी तरह जानकारी हासिल की जा रही है। जैसे-जैसे जानकारी हासिल करने की बात फैल रही है, अधिकारियों एवं कर्मचारियों में हड़कंप मचना शुरू हो गया है। खासकर उन अधिकारियों एवं कर्मचारियों में अधिक बेचैन बढ़ गई है जो वर्षो से गुड़गांव या कहीं भी तैनात हैं। ये प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भी टस से मस नहीं हुए। सूत्र बताते हैं कि इन्हीं अधिकारियों एवं कर्मचारियों की वजह से चर्चा यह चलनी शुरू हो गई है कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भी खास असर नहीं।
गलत करने वालों पर गिरेगी गाज
''मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर रखा है कि न खाएंगे और न खाने देंगे। इससे स्पष्ट संदेश नहीं हो सकता। संदेश का काफी असर हुआ है। कांग्रेस शासन में जो लूट-खसोट थी वह नहीं है। यह सही है कि अभी भी कुछ अधिकारी व कर्मचारी नहीं सुधरे हैं। इन पर नजर रखी जा रही है। लोगों से अपील है कि जहां भी गलत हो रहा है, सूचना सरकार तक पहुंचाएं। हर हाल में कार्रवाई होगी।''
- जवाहर यादव, ओएसडी, मुख्यमंत्री, हरियाणा।