Move to Jagran APP

न दिन में चैन न रात को सुकून

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : साइबर सिटी में बिजली संकट दिन प्रतिदिन गहराता जा रहा है। लोड बढ़ते ही सिस

By Edited By: Published: Wed, 27 May 2015 06:07 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2015 06:07 PM (IST)
न दिन में चैन न रात को सुकून

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : साइबर सिटी में बिजली संकट दिन प्रतिदिन गहराता जा रहा है। लोड बढ़ते ही सिस्टम फेल हो जाता है। अब डिस्ट्रीब्यूशन के साथ ही ट्रांसमिशन सिस्टम भी फेल होने लगा है। रात में नींद सही से नहीं लेने की वजह से दिन में सही से काम नहीं कर पाते हैं। इस वजह से विकास कार्य प्रभावित होने लगे हैं। खस्ताहाल सिस्टम की वजह से मांग के मुताबिक बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

loksabha election banner

दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के गुड़गांव सर्किल में फिलहाल बिजली की मांग प्रतिदिन औसतन ढाई करोड़ यूनिट तक पहुंच चुकी है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंगलवार को शहर के विभिन्न इलाकों से घंटों बिजली गुल रहने के बाद भी सर्किल में दो करोड़ 19 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई। मंगलवार दिन भर शहर के कई इलाकों से बिजली गुल रही ही, शाम से लेकर देर रात तक लगभग पूरा शहर वोल्टेज कम-अधिक की समस्या से परेशान रहा। बुधवार को भी नए गुड़गांव के डीएलएफ फेज एक के ई-ब्लाक, सुशांत लोक, सनसिटी सहित कई इलाकों में घंटों बिजली गुल रही। कई इलाकों में सुबह छह बजे से लेकर दोपहर लगभग 12 बजे तक बिजली गुल रही। इस वजह से सुबह-सुबह पेयजल आपूर्ति व्यवस्था भी बाधित रही।

दिन में जलती रहती हैं स्ट्रीट लाइटें

जहां शहर में धीरे-धीरे बिजली संकट विकराल रूप धारण करता जा रहा है वहीं शहर के विभिन्न इलाकों में दिन में स्ट्रीट लाइटें जलती रहती हैं। बुधवार को भी पटेल नगर, सेक्टर 15 पार्ट एक सहित कई इलाकों में दिन भर स्ट्रीट लाइटें जलती रहीं। पटेल नगर निवासी राजेश शर्मा ने बताया कि बिजली निगम एवं नगर निगम में कई बार वह शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई सुनने को राजी नहीं।

................

''गर्मी आने के साथ ही बिजली की आंखमिचौली शुरू हो चुकी है। बिजली निगम अधिकारियों ने दावा किया था कि इस बार सिस्टम बेहतर रहेगा। क्या हुआ दावे का। किस आधार पर दावा किया गया था। रात में जब लोग सही से नींद नहीं लेंगे फिर अगले दिन काम कैसे करेंगे।''

- टीके सतीशन, निवासी डीएलएफ 1

..............

''सुशांत लोक एक के ए-ब्लाक में बुधवार सुबह-छह बजे से ही बिजली गुल हो गई थी। लगभग पांच घंटे गुल रही। मंगलवार रात भी दो घटे के लिए पावर कट रहा जिसके चलते इनवर्टर बोल गया। बिजली की आंखमिचौली की वजह से कई बार पंखे भी नहीं चलते। समझ में नहीं आता कि आखिर रखरखाव के नाम पर क्या काम किया जाता है।''

- एसपी डावर, महासचिव, आरडब्ल्यूए, सुशात लोक।

.................

''कालोनी में छह से सात घटे का पावर कट है। बिजली बोर्ड दावा करता है कि कोई कट नहीं है। दिन में कई घटे बिजली गुल रहती है। कुछ जेनरेटरों के संचालक भी मनमानी कर रहे हैं। बिजली की आंखमिचौली का लाभ उठाकर लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है।''

- अभय पुनिया, पूर्व प्रधान, आरडब्ल्यूए सनसिटी।

----------------------

''गर्मी शुरू होते ही पूरा बिजली सिस्टम ठप होता दिख रहा है। पिछले 15 दिनों से बिजली की आंखमिचौली ने जीना मुश्किल कर रखा है। लो वोल्टेज की समस्या, ट्रिपिंग की समस्या, ट्रांसफार्मर का जलना आम बात हो गई है। बिजली निगम को इस समस्या से निबटने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए।''

- बृजमोहन मेहता, पूर्व प्रधान, डीएलएफ फेस-चार आरडब्ल्यूए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.