गंदे पानी की आपूर्ति
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : जैकबपुरा में आए दिन गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। गुरुवार को वनिता
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : जैकबपुरा में आए दिन गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। गुरुवार को वनिता पानी को बोतल में भरकर जन स्वास्थ्य विभाग के लैब में लेकर पहुंची। वनिता बताती हैं कि जब से गर्मी शुरू हुई है हर दूसरे तीसरे दिन गंदा और बदबूदार पानी की आपूर्ति हो रहा है। पानी के कारण टायफाइड, डायरिया, पीलिया जैसी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि केवल जैकबपुरा ही नहीं पुराने गुड़गांव के कई मोहल्लों में पानी में बदबू की शिकायत है। वनिता ने बताया कि नगर निगम के टोल फ्री नंबर पर गंदे पानी आने की शिकायत दर्ज कराई। मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पानी की जांच करने वाले जिला अस्पताल के कर्मियों का कहना कि जहां भी गंदा पानी आने की शिकायत आ रही है। वे यहां आकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। हम उस इलाके के पानी का सैंपल लेकर जांच कर लेंगे।
गर्मी शुरू होने के बाद सिविल लाइंस, सेक्टर 12, रोशनपुरा का सैंपल लिया था। दरअसल मुख्य समस्या लीकेज की है। पुराने शहर में जहां भी लीकेज और सीवेज है वहां पानी दूषित होता है। जहां से पानी की आपूर्ति होती है, वहां से गंदा पानी नहीं आता। सिविल अस्पताल में शिकायत आने पर वहां लीकेज की जानकारी नगर निगम को दे देते हैं और वे उसे ठीक करते हैं। जहां से पानी गंदा आ रहा है, वहां क्लोरिन की गोलियां डाली जाती है। जहां भी पानी की समस्या है वे स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी
पानी के कारण बीमार होने वाले लोगों की संख्या जिला अस्पताल में बढ़ गई है। पिछले हफ्ते से अस्पताल में डायरिया के मरीज भर्ती होने शुरू हो गए हैं। ओपीडी में आने वाले बच्चों की संख्या बढ़ी है। डाक्टरों के मुताबिक पानी के दूषित होने के कारण बीमार होकर आने वाले लोगों की संख्या अस्पताल में बढ़ गई है।
बोले विशेषज्ञ
अस्पताल की बाल रोग विशेषज्ञ डा. राधेश पाठक ने बताया कि अभी रोजाना औसतन डेढ़ सौ से दो सौ बच्चे ओपीडी में आ रहे हैं। गर्मी में लोगों को सावधानी रखने की जरूरत है। साफ पानी और आसपास सफाई का ध्यान रखना चाहिए। बच्चों को ठेलों पर मिलने वाली बर्फ, कटे फल, बासी खाना और गंदे पानी से बचाना होगा।