धीरेंद्र ब्रह्मचारी के आश्रम पर भूमाफिया की नजर
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : कभी आध्यात्मिक गुरु के रूप में राजनीतिक दृष्टिकोण से चर्चित रहे धीरेंद
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : कभी आध्यात्मिक गुरु के रूप में राजनीतिक दृष्टिकोण से चर्चित रहे धीरेंद्र ब्रह्मचारी के आश्रम पर भूमाफिया की नजर है। अतिक्रमण शुरू हो चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन इस पर ध्यान दे, अन्यथा अतिक्रमणकारियों का मनोबल बढ़ता चला जाएगा।
गांव सिलोखरा में अस्सी के दशक में धीरेंद्र ब्रह्मचारी ने आश्रम बनाया था। बताया जाता है कि उस समय उनकी राजनीतिक पहुंच इतनी थी कि प्रधानमंत्री पद पर रहते इंदिरा गांधी भी आश्रम में आई थीं। कुछ वर्ष पहले तक गांव सिलोखरा ही नहीं बल्कि आसपास के इलाके में जमीन की कीमत बहुत अधिक नहीं थी। अब जमीन की कीमत आसमान छू रही है। इस वजह से भूमाफिया की नजर इस पर है। आसपास के लोगों की मानें तो आश्रम की काफी जमीन पर अतिक्रमण हो चुका है।
स्थानीय निवासी रमेश लाल कहते हैं कि प्रतिदिन आश्रम के नजदीक कुछ लोग आते हैं और काफी देर तक बैठकी करते हैं। सड़क से चलते-चलते उन्होंने व उनके मित्र भोला नाथ पांडेय ने आश्रम के नजदीक कुछ लोगों को बात करते सुना कि आश्रम की जगह बिल्डिंग बनाने के लिए बेहतर रहेगी। जल्द ही इस पर धीरे-धीरे कब्जा कैसे करना है, इसकी प्लानिंग बनानी होगी अन्यथा कई लोग कब्जा करने की फिराक में हैं। बातचीत करने वाले काफी महंगी गाड़ी से पहुंचे थे।
कुछ लोग प्रतिदिन आकर आश्रम के नजदीक ही शराब पीते हैं। गांव सिलोखरा निवासी कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा भी कहते हैं कि भूमाफिया की नजर आश्रम पर है। कब्जा करने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। प्रशासन को ध्यान देना होगा अन्यथा अतिक्रमण या कब्जा होने के बाद हटाना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि आश्रम को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। ऐसी स्थिति में प्रदेश सरकार आश्रम को अपने कब्जे में लेकर आश्रम की जमीन पर कॉलेज या कोई बड़ा संस्थान बना दे। 30 एकड़ से अधिक जमीन है। इस पर आसानी से कॉलेज आसानी बन सकता है। यदि जिला प्रशासन व सरकार ने जल्द ध्यान नहीं दिया तो भूमाफिया का मनोबल बढ़ता चला जाएगा।
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जल्द पूरी जानकारी हासिल की जाएगी
''गांव सिलोखरा स्थित धीरेंद्र ब्रह्मचारी के आश्रम के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जाएगी। यदि कोई अतिक्रमण कर रहा है या करने वाला है तो यह बर्दाश्त नहीं होगा। फिलहाल आश्रम के बारे में क्या विवाद चल रहा है, इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।''
-टीएल सत्यप्रकाश, जिला उपायुक्त, गुड़गांव