Move to Jagran APP

मोबाइल ने दिला दी खोई कार

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दोस्त से मिली सलाह ने चिन्मय को चोरी गई कार पांच घटे में ही दिला दी। द

By Edited By: Published: Fri, 27 Mar 2015 08:28 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2015 08:28 PM (IST)
मोबाइल ने दिला दी खोई कार

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दोस्त से मिली सलाह ने चिन्मय को चोरी गई कार पांच घटे में ही दिला दी। दरअसल कार में चिन्मय ने नौ सौ रुपए की कीमत का मोबाइल खरीद उसमें सिम डाल साइलेंट मोड पर कर छुपा रखा था। उसे निकालकर वह दूसरे तीसरे दिन चार्ज भी कर देता था। उस नौ सौ के मोबाइल के बदौलत ही उसकी करीब नौ लाख कीमत वाली होंडा मोबिलियो कार (एसयूवी) चोरी का पता चलने के तीन घंटे के अंदर ही मिल गई।

loksabha election banner

एक इंश्योरेंस कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट चिन्मय बदे सेक्टर- 46 के मकान नंबर 1619 में रहते हैं। करीब छह महीने पहले उन्होंने होंडा मोबिलियो कार एचआर 26 सीजे 5142 करीब 9 लाख रुपये में खरीदी थी। रोज की तरह बृहस्पतिवार शाम भी ऑफिस से लौटे और कार घर के बाहर खड़ी कर दी। शुक्रवार सुबह करीब सात उठे तो टहलते हुए गेट की ओर आए। यहा देखा तो कार गायब थी। नजारा देख उनके होश उड़ गए। पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी। सूचना के बाद सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। चिन्मय ने पूरी डिटेल देते हुए बताया कि मैंने कार में फोन छुपाकर रखा हुआ है। इसे मैं हर 2- 3 दिन में चार्ज भी किया करता था। यह सुनते ही पुलिस कर्मियों के चेहरे से उदासी दूर हो गई। पुलिस अधिकारी ने चिन्मय को कहा कि हर 10- 15 मिनट बाद मोबाइल पर कॉल करो और मैसेज ड्रॉप करते रहो। कार में छुपाए गए मोबाइल का नंबर साइबर सेल की हेल्प से ट्रैक करने की कोशिश शुरु की गई। चिन्मय ने मोबाइल पर 4 मैसेज ड्रॉप किए और 3-4 बार कॉल भी किया। पुलिस भी हर 20- 25 मिनट बाद कॉल कर उससे बात करती रही और बताया कि जल्द ही कार मिलने वाली है। दो घटे बाद ही करीब साढ़े नौ बजे पुलिस ने उसे कॉल कर कहा कि चाबी लेकर 32 माइल स्टोन के पास आ जाइए। अपने दोस्त के साथ चिन्मय वहा पहुंचा और कार मिल गई।

धन्यवाद पुलिस व दोस्त

पुलिस की सक्रियता दोस्त द्वारा दिए गए कार में मोबाइल छुपाकर रखने के की सलाह से मेरी कार मिल गई। चोरों ने कार का गियर लॉक तोड़ दिया, चाबी लगाने की जगह पर ड्रिल भी किया हुआ है। लेकिन बाहर से कार सेफ है। वहा पर आरोपी कार छोड़कर चले गए थे। लेकिन पुलिस ने भी काफी तुरंत जांच शुरू की। शिकायत देने के बाद साइबर सेल से सतीश, हवलदार जितेंद्र, थाना प्रभारी सदर इंस्पेक्टर विजय ने हर 15 मिनट में मुझे कार कर डिटेल साझा की। इनकी कार्रवाई से मैं पूरी तरह संतुष्ट हूं।

-चिन्मय बदे।

वर्जन

''साइबर सेल की हेल्प से हमने लोकेशन ट्रैक की और कार को रिकवर कर लिया। चोरों को पकड़ने के लिए भी कार्रवाई चल रही है। हम जल्द ही चोरों को पकड़ लेंगे।

-राजेश कुमार, एसीपी क्राइम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.