दुकान लगाने के लिए लाखों की वसूली
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : सड़कों के किनारे पटरी पर दुकान लगाने के लिए लोगों को लाखों की रकम वसूली
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : सड़कों के किनारे पटरी पर दुकान लगाने के लिए लोगों को लाखों की रकम वसूली जा रही है। विरोध करने पर दुकान उठवाकर उस जगह पर दूसरे को दुकान लगाने की इजाजत दे दी जाती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। शीतला माता मंदिर के करीब लगी एक दुकान पैसे के चलते उठवा दी गई है। इससे नाराज स्थानीय पार्षद सुनीता कटारिया ने इस मामले में सीधे-सीधे जिला प्रशासन, नगर निगम, शीतला माता मंदिर श्राइन बोर्ड के अधिकारी एवं मेयर टीम के एक सदस्य पर आरोप लगाया है।
छोटी माता मंदिर के समीप सीताराम बाबा मंदिर वाली रोड नगर निगम की बिल्डिंग है। उसका निर्माण भी निगम ने किया है और रखरखाव भी निगम करता है। मंदिर बोर्ड ने मंदिर परिसर के अंदर प्रसाद की दुकानों की खुली बोली लगवाकर उसका ठेका जारी किया था। इसी की ओट में सीताराम बाबा मंदिर वाली रोड पर भी दुकान लगाने के नाम पर कुछ लोग लाखों रुपए की वसूली कर रहे हैं। बिना पैसे के यहां किसी की भी दुकान नहीं लगने दी जा रही हैं। हालात ये हैं कि गुड़गांव गांव के जिन गरीब लोगों की दुकानें थीं। उसे भी हटा दिया गया और अब उनसे वहां दुकान लगाने के नाम पर लाखों रुपए मांगे जा रहे हैं। इस प्रकार की शिकायत स्थानीय पार्षद सुनीता कटारिया को पहुंची तो उन्होंने इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए अधिकारियों को शिकायत की। उन्होंने बताया कि ठेका मंदिर परिसर के अंदर हुआ है, लेकिन संबंधित ठेकेदार पटरी से लेकर रोड पर लगीं दुकानों से भी वसूली कर रहा है। हालात यह है कि मंदिर बोर्ड के अधिकारी मूक दर्शक बने हुए हैं। कटारिया ने आरोप लगाया कि बिना बोर्ड अधिकारियों की शह पर इस प्रकार की वसूली नहीं हो सकती है।
मेयर टीम के एक सदस्य पर भी साधा निशाना
पार्षद सुनीता कटारिया ने कहा कि निगम जमीन पर दुकान लगाने के नाम पर उनसे भले ही लाखों रुपए कोई भी वसूल रहा है, लेकिन इसके पीछे मेयर टीम के एक सदस्य की भूमिका व शह है। 27 मार्च को होने वाली नगर निगम सदन बैठक में वह इस मामले को उठाएंगी। कटारिया ने बताया यह सदस्य मोबाइल टायलेट, सफाई, विकास कार्य, विज्ञापन सहित अन्य प्रकार के कार्यो में अपने लोगों को आगे कर अपना हित साध रहा है।
''गांव के गरीब परेशान हो रहे हैं, लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा। जिला प्रशासन से लेकर मेयर टीम सदस्य, नगर निगम, श्राइन बोर्ड सहित अन्य लोग अपना हित साध रहे हैं। इस मामले को सदन बैठक में भी उठाएंगे एवं पर्दे के पीछे से अपना हित साध रहे लोगों के नाम भी सार्वजनिक करेंगे।''
-सुनीता कटारिया, पार्षद।
''यह मामला संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसा है, तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है।''
-जगदीश शर्मा, सीईओ, शीतला माता श्राइन बोर्ड।