गणित व विज्ञान की पढ़ाई होगी और सुगम
जागरण संवाददाता, गुड़गांव: छात्रों में गणित और विज्ञान विषय की बेहतर समझ पैदा करने की दिशा में शिक
जागरण संवाददाता, गुड़गांव: छात्रों में गणित और विज्ञान विषय की बेहतर समझ पैदा करने की दिशा में शिक्षा विभाग ने कदम बढ़ाया है। 6ठीं से 10वीं के छात्रों को गणित और विज्ञान की पढ़ाई 'लर्निग बाई डूाइंग' के आधार पर कराने की तैयार की जा रही है। इसके लिए मिडिल और हाई स्कूलों मे गणित और विज्ञान के तीन-तीन किट उपलब्ध कराए गए हैं। सरकार अपने स्तर पर सुधार कर रही है। दूसरी ओर दोनों विषयों की पढ़ाई को व्यवहारिक बनाने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद ने साइंस और मैथ्स का किट तैयार किया है। इसमें विभिन्न प्रारूपों के जरिये शिक्षकों को बताने की कोशिश की गई है कि वे छात्रों को किस तरीके से पढ़ाएं। इस किट को शिक्षा विभाग ने सर्वशिक्षा अभियान के तहत सभी स्कूलों को उपलब्ध करा दिया है। लेकिन, सही तरीके से शिक्षकों को प्रशिक्षण न मिलने के कारण इसका प्रयोग आसानी से नहीं हो पा रहा है। ऐसे में अब शिक्षकों को दोनों किट के प्रयोग करने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद में विषय विशेषज्ञ मनोज कौशिक ने बताया कि विज्ञान और गणित के सभी शिक्षकों को किट के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए मास्टर ट्रेनर तैयार किए जा चुके हैं। फरवरी के पहले सप्ताह तक सभी शिक्षकों को इसके बारे में प्रशिक्षण दे दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पठन-पाठन में यह किट काफी लाभदायक है। ऐसे में इसके प्रयोग की पूरी जानकारी शिक्षकों को होनी जरूरी है। ताकि वह आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकें। एससीईआरटी में गणित विशेषज्ञ सुनील बजाज ने बताया कि इसके तहत मिडिल और हाई स्कूल के छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल के माध्यम से गणित के फार्मूला बताए जाएंगे। अब तक छात्रों को विज्ञान एवं गणित के प्रश्नों का उत्तर ब्लैक बोर्ड पर समझा दिया जाता है। त्रिभुज कैसे बनता है। कौन सी भुजा किसे जोड़कर कितने अंश का कोण बनाती है। यह सब मैथ्स किट के जरिये आसानी से समझा जा सकता है। इसे ही लर्निंग बाई डूइंग नाम दिया गया है। एससीईआरटी ने साइंस और मैथ्स किट पर एक मैनुअल तैयार किया है। इसे एससीईआरटी के विशेषज्ञों ने तैयार किया गया है। इसे शिक्षकों को ट्रेनिंग के बाद दिया जाएगा।
5615 को मिलेगा प्रशिक्षण
प्रदेश में साइंस और मैथ के 5615 शिक्षकों को किट के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया जाना है। इसके लिए एससीईआरटी ने 121 मास्टर ट्रेनर तैयार किया है। मास्टर ट्रेनर ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों को इसके बारे में प्रशिक्षण देंगे।