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व्यापार : शहर में ठंडा पड़ा शटरिंग कारोबार

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : साइबर सिटी व आसपास प्रॉपर्टी कारोबार में छाई मंदी से शटरिंग कारोबार ठं

By Edited By: Published: Sat, 31 Jan 2015 05:33 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jan 2015 05:33 PM (IST)
व्यापार : शहर में ठंडा पड़ा शटरिंग कारोबार

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : साइबर सिटी व आसपास प्रॉपर्टी कारोबार में छाई मंदी से शटरिंग कारोबार ठंडा होता जा रहा है। अधिकांश कारोबारियों का पैसा निर्माण कंपनियों के पास फंसा है। इसे देखते हुए शटरिंग कारोबारी अब दूसरे प्रदेश में भी कारोबार की संभावना तलाशने लगे हैं।

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पिछले 15 वर्षो के दौरान गुड़गांव में प्रॉपर्टी कारोबार के साथ ही शटरिंग कारोबार भी तेजी से फल-फूल रहा था। पूरे शहर में सैकड़ों हर महीने एक करोड़ से अधिक का कारोबार करने वाले व्यवसायी हैं। ये कारोबारी लोहे की शटरिंग करते हैं। बांस की शटरिंग करनेवाले कारोबारियों की संख्या हजारों में है। ये छोटे-छोटे घरों में काम करते हैं। कालोनियों एवं सेक्टरों में मकान बनाने का काम में कमी नहीं आई है, लेकिन बिल्डरों एवं कालोनाइजरों के काम में काफी कमी आई है। शटरिंग कारोबार से जुड़े बड़े व्यवसायी बिल्डरों एवं कालोनाइजरों से जुड़े हैं। काम कम होने की वजह से अधिकांश शटरिंग का कारोबारियों का हर महीने कुछ न कुछ बकाया रह जाता है। बकाया राशि धीरे-धीरे बढ़कर करोड़ों रुपये में पहुंच चुकी है। कारोबारियों का कहना है कि हजारों फ्लैट्स तैयार हैं, लेकिन खरीदार नहीं। इससे आगे बिल्डिंग बनाने का प्रभावित हो रहा है। सभी पुराने काम ही चल रहे हैं। नया काम बहुत ही कम शुरू हो रहा है। जब तक नए काम शुरू नहीं होंगे तब तक शटरिंग कारोबार में तेजी नहीं आएगी।

दूसरे प्रदेश में तलाश रहे संभावना

गुड़गांव में काम करने वाले काफी बिल्डर दूसरे प्रदेशों में भी निर्माण कार्य से जुड़े हैं। इससे यहां के शटरिंग कारोबारी दूसरे प्रदेशों में भी काम की संभावना तलाश रहे हैं। कारोबारी सतीश यादव नंबरदार कहते हैं कि शटरिंग कारोबार 20 से 25 प्रतिशत तक नीचे आ गया है। जिसे दूसरे प्रदेश में काम मिल रहा है, वह कर रहा है। नंबरदार ने बताया कि बिहार के पटना में गुड़गांव की एक निर्माण कंपनी काम कर रही है। निर्माण में शटरिंग की जिम्मेदारी उनके पास है। इसके बाद भी जब तक स्थानीय स्तर पर कारोबार में तेजी नहीं आएगी, तब तक लाभ अधिक नहीं होगा। पता नहीं क्यों प्रॉपर्टी कारोबार दिन प्रतिदिन मंदा होता जा रहा है। ग्राहक सामने आ ही नहीं रहे हैं। गुड़गांव में प्रोपर्टी कारोबार एक बहुत बड़ा आर्थिक क्षेत्र बन चुका है। इसमें मंदी से कई क्षेत्रों के ऊपर असर पड़ रहा है।

बिल्डरों एवं कालोनाइजरों ने जरूरत से ज्यादा कीमतें निर्धारित कर दीं। अब सही कीमत पर बेचने में उन्हें लगता है कि घाटा हो रहा है। अधिकांश फ्लैट्स औने-पौने कीमतों पर डीलरों ने खरीद रखे हैं। आगे लोग खरीदने को तैयार नहीं।

-कैलाश मेहता, प्रॉपर्टी कारोबारी।


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