खेड़की दौला टोल हटाने के लिए बनी रणनीति
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस वे पर जाम के कारण खेड़की दौला टोल को हटाने की
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस वे पर जाम के कारण खेड़की दौला टोल को हटाने की रणनीति बनने लगी है। कई सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी टोल हटाने के लिए आगे आ गए हैं। सरहौल टोल हटाने में महत्ती भूमिका अदा करने वाली समिति के पदाधिकारी सक्रिय होकर लोगों को जागरूक करने के साथ ही उनसे टोल हटाने के लिए मदद मांग रहे हैं।
समिति अध्यक्ष अतर सिंह संधू का कहना है कि जिस प्रकार सरहौल टोल हटाने के लिए सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के साथ ही राजनीतिक लोगों को एक मंच पर लाए थे उसी प्रकार अब खेड़की दौला टोल के खिलाफ भी लोगों को जागरूक करने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। इसके लिए वर्ल्ड ब्राह्माण फेडरेशन प्रधान मांगेराम शर्मा, जाट कल्याण सभा अध्यक्ष सिकंदर कटारिया एवं जाट परिवार कल्याण मंच सेक्टर 23 महासचिव राकेश मलिक के साथ दो बार बैठक हो चुकी है। बैठक में उनके सामने एक्सप्रेस वे पर सुगम आवाजाही के लिए हर स्तर पर प्रयास करने पर सहमति बनी। सभी ने माना कि टोल विकास में बाधक है और इसे हटाने के लिए पूरा सहयोग करेंगे।
''जिस प्रकार सरहौल टोल हटाने के लिए पूरा शहर एकजुट हुआ था उसी प्रकार एक बार फिर सभी को जागरूक कर रहे हैं। जल्द ही पूरा शहर खेड़की दौला टोल के खिलाफ सड़क पर नजर आएगा।''
-अतर सिंह संधू, प्रधान, टोल समिति।
''विकास के रास्ते में टोल एक बड़ा अडं़गा है। इसके लिए टोल को हटाने के लिए पूरे जिले के लोगों को एकजुट होना होगा। इसके लिए केंद्र सरकार तक बात करेंगे।''
-मांगेराम शर्मा, प्रधान वर्ल्ड ब्राह्माण फेडरेशन।
''एक्सप्रेस वे जाम का पर्याय बन चुका है। टोल कंपनी सिर्फ अपना हित साध रही है। इसे हटाने से ही बात बनेगी।''
-सिकंदर कटारिया, प्रधान जाट कल्याण सभा।
''एक्सप्रेस वे पर अंडर पास, फ्लाई ओवर, ड्रेनेज, सब वे, फुट ओवर ब्रिज सहित दूसरी कई सुविधाएं नहीं हैं। जब टोल कंपनी सुविधाएं नहीं दे सकती तो वह किस बात का टोल वसूल रही है। शहर व जनहित में इस टोल को हटाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।''
-राकेश मलिक, महासचिव, जाट परिवार कल्याण मंच।