बापू का सपना होगा साकार
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : स्वच्छता अभियान के प्रति हर क्षेत्र में जागरूकता दिखने लगी है। औद्योगिक इ
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : स्वच्छता अभियान के प्रति हर क्षेत्र में जागरूकता दिखने लगी है। औद्योगिक इकाइयों से लेकर औद्योगिक संगठन तक अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इसी दिशा में गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन की ओर से बृहस्पतिवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें लोगों ने स्वच्छता रखने तथा इसके लिए दूसरों को भी प्रेरित करने का संकल्प लिया।
उद्योग विहार स्थित कार्यालय में एसोसिएशन के अध्यक्ष उद्योगपति प्रवीण यादव ने कहा कि स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत का सपना बिना सामूहिक प्रयास के संभव नहीं है। एक-एक व्यक्ति को इस दिशा में गंभीरता से काम करना होगा। देश की आजादी के इतने वर्षो बाद यदि स्वच्छता अभियान पर जोर देना पड़ रहा है तो यह गर्व की नहीं बल्कि शर्म की बात है। इसका अहसास हर किसी को करना होगा। देश में अधिकांश बीमारियां गंदगी की वजह से पैदा होती हैं। साल में हजारों रुपये बीमारी के नाम पर लोगों के खर्च होते हैं। देश की दशा व दिशा बदलने की जिम्मेदारी केवल शासन या प्रशासन की नहीं बल्कि हम सभी की है। हम बदलेंगे तभी देश बदलेगा, ऐसी सोच विकसित होनी चाहिए। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डा. अनिल हंस ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सोच के अनुरूप यदि देश चलता तो शायद आज स्वच्छता अभियान चलाने की आवश्यकता ही महसूस नहीं होती। अब भी बहुत कुछ नहीं बिगड़ा है। सभी मिलजुलकर प्रयास करें, कुछ वर्षो के भीतर राष्ट्रपिता का सपना साकार हो जाएगा। आवश्यकता है कि दिल से स्वच्छता अभियान को अपनाने की। इतना संकल्प लेना है कि अपने आसपास सफाई पर ध्यान रखेंगे। जब सभी ऐसा करने लगेंगे फिर कहीं अभियान चलाने की आवश्यकता नहीं होगी। एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष अजय नायर, श्रीभगवान, गुरजीत राणा, सुरेन सहित कई उद्यमियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पहले उद्यमियों एवं श्रमिकों को उद्योगपति प्रवीण यादव ने स्वच्छता की शपथ दिलाई।
सेक्टर 34 में श्रमिकों ने चलाया अभियान
स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूकता का असर यह है कि कुछ श्रमिक एक गु्रप बनाकर कहीं भी साफ-सफाई शुरू कर देते हैं। बृहस्पतिवार को सेक्टर 34 में विभिन्न कंपनियों से संबंधित श्रमिकों ने अभियान चलाया। श्रमिक अरविंद, मनोज एवं राजेश ने बताया कि प्रधानमंत्री के आह्वान को उनलोगों ने दिल से लिया है। सप्ताह में एकाध दिन किसी न किसी इलाके में वे लोग अभियान चलाते हैं।