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उद्योग : धीरे-धीरे अपने रंग में आने लगा ऑटोमोबाइल सेक्टर

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : ऑटोमोबाइल सेक्टर धीरे-धीरे अपने रंग में आने लगा है। इसका प्रमाण है गत वित

By Edited By: Published: Mon, 24 Nov 2014 08:31 PM (IST)Updated: Mon, 24 Nov 2014 08:31 PM (IST)
उद्योग : धीरे-धीरे अपने रंग में आने लगा ऑटोमोबाइल सेक्टर

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : ऑटोमोबाइल सेक्टर धीरे-धीरे अपने रंग में आने लगा है। इसका प्रमाण है गत वित्तीय वर्ष की अपेक्षा चालू वित्तीय वर्ष के दौरान राजस्व में उछाल। उम्मीद की जा रही है कि एक से दो वर्ष के भीतर ऑटोमोबाइल सेक्टर पूराने अंदाज में लौट आएगा।

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साइबर सिटी की पहचान सबसे पहले दुनिया में ऑटोमोबाइल सेक्टर की वजह से बनी। इस सेक्टर का सालाना कारोबार 60 से 70 हजार करोड़ रुपये का हो रहा है। पिछले दो-तीन वर्षो के दौरान यह सेक्टर काफी पिछड़ गया। यदि नहीं पिछड़ता तो इस सेक्टर का कुल कारोबार 70 से 80 हजार करोड़ रुपये सालाना पहुंच जाता। अब धीरे-धीरे यह सेक्टर फिर से पुराने अंदाज में लौटता दिख रहा है। गत वित्तीय वर्ष के दौरान अप्रैल से सितंबर तक इस सेक्टर से प्रदेश सरकार को जहां 105 करोड़ 93 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था, वहीं चालू वित्तीय वर्ष के दौरान इन महीनों में 120 करोड़ 31 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। ऑटोमोबाइल सेक्टर के जानकार रजनीश भट्ट कहते हैं कि देश से आर्थिक मंदी का दौर पूरी तरह खत्म हो चुका है। अभी भी देश का बहुत बड़ा वर्ग है, जो ऑटोमोबाइल सेक्टर से दूर है। करोड़ों लोगों के पास बाइक नहीं है, कार की तो बात दूर है। जिस तरह से देश प्रगति के पथ पर चल पड़ा है, उससे उम्मीद की जा रही है कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में जर्बदस्त उछाल आएगा, जो कि लंबे समय तक रहेगा। आबकारी एवं कराधान विभाग के उपायुक्त (कराधान, पूर्वी) केएस मलिक कहते हैं कि ऑटोमोबाइल सेक्टर राजस्व का मुख्य आधार है। इस सेक्टर के पिछड़ने से कई सेक्टर पिछड़ जाते हैं। अब सभी सेक्टर में उछाल देखा जा रहा है। इससे उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले दिनों में राजस्व के आंकड़े में काफी बढ़ोत्तरी होगी।


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