निजी बसों में अधिक किराया वसूलने का पर्दाफाश
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : अधिकांश निजी बसों में निर्धारित किराया से अधिक वसूला जा रहा है। इसका पर्द
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : अधिकांश निजी बसों में निर्धारित किराया से अधिक वसूला जा रहा है। इसका पर्दाफाश सोमवार को रोडवेज इंस्पेक्टरों के औचक निरीक्षण से हुआ। आठ बसों का चालान कर दिया गया है। यही नहीं अगले कुछ दिनों तक लगातार औचक निरीक्षण किया जाएगा ताकि निजी बसों के ऊपर अंकुश लग सके।
हरियाणा रोडवेज के गुड़गांव डिपो महाप्रबंधक रोहित यादव के पास शिकायत पहुंच रही है कि निजी बसों में निर्धारित किराया से अधिक वसूला जा रहा है। शिकायत के आधार पर 20 इंस्पेक्टरों को अलग-अलग रूट पर औचक निरीक्षण के लिए भेजा गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि जहां गुड़गांव से मानेसर का किराया 15 रुपये है वहां यात्रियों से 20 रुपये वसूले जा रहे हैं। गुड़गांव से धारूहेड़ा का किराया 35 रुपये निर्धारित है लेकिन 40 से 45 रुपये तक वसूले जाते हैं। गुड़गांव से खेड़कीदौला का किराया 10 रुपये निर्धारित है लेकिन 20 रुपये तक वसूले जाते हैं। इसी तरह गुड़गांव से विलासपुर तक का किराया 25 रुपये है लेकिन 30 से 35 रुपये वसूले जाते हैं। यही नहीं धारूहेड़ा से धौलाकुआं का किराया 60 रुपये निर्धारित है लेकिन 100 रुपये तक वसूले जा रहे हैं।
प्रतिदिन लाखों रुपये का गड़बड़झाला
अधिकांश निजी बसों के चालक व परिचालक निर्धारित किराया से अधिक वसूल कर प्रतिदिन लाखों रुपये का यात्रियों को चूना लगा रहे हैं। अनुमान के अनुसार प्रतिदिन निजी बसों में 20 से 25 हजार लोग यात्रा करते हैं। निजी बसों पर लगाम कसने के लिए रोडवेज के इंस्पेक्टर अब कहीं भी किसी भी जगह औचक निरीक्षण करेंगे। यही नहीं कुछ इंस्पेक्टर यात्री की भूमिका में बसों में सवार होंगे ताकि अधिक किराया वसूलते ही चालान किया जा सके।
टोल फ्री नंबर पर करें शिकायत
''निजी बसों में अधिक किराया वसूले जाने की शिकायत लंबे समय से आ रही थी। अधिक किराया वसूलना मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन है। जितना किराया रोडवेज की बसों का है उतना ही किराया निजी बसों के लिए भी निर्धारित है। औचक निरीक्षण से अधिक किराया वसूले जाने की सच्चाई सामने आ गई। यात्रियों से अपील है कि जिस बस में निर्धारित किराया से अधिक वसूला जाए सीधे टोल फ्री नंबर 18001802444 पर शिकायत दर्ज कराएं। शिकायत पहुंचते ही कार्रवाई की जाएगी।''
--- रोहित यादव, महाप्रबंधक, हरियाणा रोडवेज (गुड़गांव डिपो)