फालोअप : चंदन तस्करी में स्थानीय व्यक्ति भी हो सकता हाथ
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : चंदन लकड़ी की तस्करी में स्थानीय व्यक्ति भी शामिल हो सकते हैं। उनके इशा
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : चंदन लकड़ी की तस्करी में स्थानीय व्यक्ति भी शामिल हो सकते हैं। उनके इशारे पर ही चंदन लकड़ी लाई जा रही है। इसी नजरिए से पुलिस जांच में जुटी है। तस्करों तक पहुंचने के लिए पुलिस सर्विलांस की भी मदद ले रही है। यह माना जा रहा कि बुधवार की रात पुलिस से सामना होने पर तस्कर चकमा देकर भाग तो गए, लेकिन उन्होंने मोबाइल पर एक दूसरे से या फिर आकाओं से बात जरूर की होगी। यही कयास लगा पुलिस साइबर सेल की मदद से मोबाइल काल डंप (घटना के समय पास के मोबाइल टावर से कितने नंबर संपर्क में थे) जांच रही है।
बुधवार देर रात भोंडसी थाना पुलिस ने कैंटर में लदी करीब पांच टन चंदन लकड़ी बरामद की थी। हालांकि मुठभेड़ के दौरान कैंटर चालक व वाहन में सवार दो युवक पुलिस पार्टी को चकमा देकर निकल भागे थे। पुलिस पार्टी के हाथ केवल तस्करों का कैंटर लगा था, जिस पर करीब पांच टन चंदन लकड़ी लदी थी। लकड़ी के ऊपर मौसमी लाद दी गई थी ताकि किसी को शक न हो। कैंटर का नंबर आंध्र प्रदेश से जारी हुआ है। पुलिस की टीम एक नंबर के आधार पर मालिक का पता लगाने के लिए यहां से रवाना भी हो चुकी है। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर आनंद ने कहा बदमाश जिस तरह बियावान अरावली पहाड़ी की आड़ लेकर पुलिस पार्टी से बचकर भाग निकले उससे यह कह सकते कि उन्हें यहां के भौगोलिक माहौल का पता था। यह भी हो सकता कि तीनों युवकों में कोई स्थानीय युवक भी हो।