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संशोधित : उद्योग : ऑटोमोबाइल सेक्टर में धीरे-धीरे आने लगा उछाल

फोटो 29 जीयूआर 14 जागरण संवाददाता, गुड़गांव : आर्थिक मंदी से जूझ रहे ऑटोमोबाइल सेक्टर की हालत धीरे-

By Edited By: Published: Wed, 29 Oct 2014 07:09 PM (IST)Updated: Wed, 29 Oct 2014 07:09 PM (IST)
संशोधित : उद्योग : ऑटोमोबाइल सेक्टर में धीरे-धीरे आने लगा उछाल

फोटो 29 जीयूआर 14

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जागरण संवाददाता, गुड़गांव : आर्थिक मंदी से जूझ रहे ऑटोमोबाइल सेक्टर की हालत धीरे-धीरे सुधरने लगी है। खासकर फेस्टिवल सीजन से इस सेक्टर में जान आई है। उम्मीद है कि अब फिर से ऑटोमोबाइल सेक्टर अपनी रंग में दिखाई देगा।

गुड़गांव की विश्वस्तरीय पहचान सबसे पहले ऑटोमोबाइल सेक्टर से बनी है। लगातार कई वर्षो तक इस सेक्टर में जबर्दस्त उछाल देखा गया। पिछले कुछ वर्षो से इस सेक्टर में मंदी देखी जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण बढ़ती महंगाई है। लगातार पेट्रो पदार्थो की कीमत में बढ़ोत्तरी से भी कारोबार प्रभावित हुआ है। अब पेट्रो पदार्थो की कीमत काफी हद तक स्थायी होने से या कुछ कम होने से कारोबार में धीरे-धीरे तेजी आनी शुरू हुई है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण है कि गत वर्ष सितंबर महीने की अपेक्षा इस वर्ष सितंबर महीने में आबकारी एवं कराधान विभाग (कराधान, पश्चिमी) को राजस्व 10 करोड़ रुपये से अधिक आना। गत वित्तीय वर्ष यानी 2013-14 के दौरान सितंबर महीने में जहां ऑटोमोबाइल सेक्टर से 80 करोड़ 50 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। वहीं चालू वित्तीय वर्ष के दौरान सितंबर महीने में 90 करोड़ 23 लाख रुपये की राशि राजस्व के रूप में प्राप्त हुई है। यही नहीं अन्य क्षेत्रों में उछाल आया है। यही वजह है कि जहां गत वित्तीय वर्ष के दौरान सितंबर में कराधान विभाग पश्चिमी को 171 करोड़ 26 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। वहीं चालू वित्तीय वर्ष के दौरान सितंबर यह आंकड़ा बढ़कर 200 करोड़ 54 लाख पर पहुंच गया। उपरोक्त दोनों आंकड़ें कराधान शाखा पश्चिमी के हैं। इसी तरह कराधान शाखा पूर्वी के राजस्व में गत वित्तीय वर्ष की अपेक्षा चालू वित्तीय वर्ष के दौरान राजस्व में काफी अधिक बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।

ऑटोमोबाइल सेक्टर से 40 प्रतिशत राजस्व

जिले के कराधान विभाग पूर्वी एवं पश्चिमी से प्रदेश सरकार को पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व मिलता है। इसमें से लगभग 40 प्रतिशत राजस्व केवल ऑटोमोबाइल सेक्टर से आता है। 60 प्रतिशत राजस्व में अन्य सभी क्षेत्र शामिल हैं। जानकार बताते हैं कि पेट्रोल एवं डीजल की कीमत में यदि बढ़ोत्तरी नहीं होगी तो ऑटोमोबाइल सेक्टर में जबर्दस्त उछाल आएगा।

ऑटोमोबाइल सेक्टर है राजस्व का आधार स्तंभ

'' प्रदेश सरकार के लिए गुड़गांव में ऑटोमोबाइल सेक्टर राजस्व का आधार स्तंभ है। यह सेक्टर स्थायी है। बाकी में उतार-चढ़ाव का अधिक फर्क नहीं पड़ता है। इस सेक्टर में यदि उतार-चढ़ाव होता है तो बहुत फर्क पड़ता है। अब लगता है यह सेक्टर फिर से चढ़ने लगा है। इससे राजस्व में काफी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। पेट्रोल एवं डीजल की कीमत यदि स्थायी रही या कम हुई तो फिर इस सेक्टर को पकड़ना अन्य सेक्टरों के लिए काफी मुश्किल होगा।''

-चौधरी दिलबाग सिंह, उपायुक्त, आबकारी एवं कराधान विभाग (कराधान, पश्चिमी)।


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