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मामले की जांच के बाद दोषी पर होगी कार्रवाई : अंकुर गप्ता

जागरण संवाददाता, गुड़गांव: सेक्टर चौदह स्थित महिला महाविद्यालय में सोमवार को छात्रा पिंकी चौहान द्वार

By Edited By: Published: Tue, 30 Sep 2014 08:56 PM (IST)Updated: Tue, 30 Sep 2014 08:56 PM (IST)
मामले की जांच के बाद दोषी पर होगी कार्रवाई : अंकुर गप्ता

जागरण संवाददाता, गुड़गांव: सेक्टर चौदह स्थित महिला महाविद्यालय में सोमवार को छात्रा पिंकी चौहान द्वारा खुद को आग लगाने की घटना को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया है। मंगलवार सुबह नौ बजे ही उच्चतर शिक्षा महानिदेशक अंकुर गुप्ता टीम के साथ कालेज पहुंचे और पूरी घटना के बारे में महिला प्राध्यापकों के साथ-साथ छात्राओं व प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी ली। पूरे घटनाक्रम की जानकारी जुटाने के बाद शिक्षा महानिदेशक ने छात्र-छात्राओं के भविष्य से किसी हालत में खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थी भी संयम रखे। परीक्षा परिणाम को लेकर तो नाराजगी है उसे दूर करने के लिए कालेज में ही विश्वविद्यालय की टीम बुलाकर परीक्षा उत्तर पुस्तिकाओं की पुन : जांच की जाएगी।

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श्री गुप्ता ने कहा सोमवार को कालेज परिसर में जो भी घटना घटित हुई वह गलत है। मामले की पूरी जांच के बाद दोषी पाए जाने पर दोषियों को सजा भी दी जाएगी। उन्होंने कालेज में ही विश्वविद्यालय की टीम को बुलाया है छात्राओं की उत्तर पुस्तिकाएं कालेज के प्राध्यापक देखेंगे और जरूरत पड़ने पर विद्यार्थियों को भी दिखाई जाएंगी।

उन्होंने परीक्षा पैटर्न में खामियों पर जवाब देते हुए कहा कि अभी फिलहाल किसी नतीजे पर पर नहीं पहुंचे हैं कि किसी पैटर्न से परीक्षा करवाना ठीक रहेगा। पहले लगा कि सेमेस्टर सिस्टम से विद्यार्थियों पर लोड कम पड़ेगा तो यह लागू कर दिया लेकिन परिणामों में देरी से भी समस्या आ रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में मुख्यमंत्री के साथ विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलरों के साथ बैठक की गई थी जिसमें इन्हीं सब मुद्दों पर चर्चा हुई थी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए आउटसोर्सिग की बात पर उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिग की वजह से एमडीयू का परिणाम जल्दी आता है और कुरुक्षेत्र विवि का परिणाम देरी से आता है। विद्यार्थियों व विवि के बीच एक सीधा लिंक न होने की बात पर गुप्ता ने कहा कि कालेजों को विद्यार्थियों की समस्या को सुनकर विश्वविद्यालय तक उनकी बात पहुंचानी चाहिए। उन्होंने कहा कि फिलहाल प्राचार्य ऊषा मलिक को भिवानी के लिए रिलीव किया गया है व बदले में वहां से ज्ञानेंद्र सिंह को बतौर प्राचार्य यहां भेजा है।


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