शव मिलने के छह दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
जागरण संवाददाता, मेवात : पुन्हाना खंड के गांव नहारपुर में मैकेनिकल इंजीनियर के छात्र का शव मिलने के पांच दिन बाद भी पुलिस की तफ्तीश दिशा नहीं पकड़ पा रही है। अभी तक पुलिस हत्या के कारणों और हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है। पुलिस की कार्यशैली को लेकर मृतक छात्र के परिजन ही नहीं कस्बावासियों में खासी नाराजगी है। अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए लोग कई बार सड़कों पर उतर चुके हैं। मृतक के चचेरे भाई राजबीर का आरोप है कि पुलिस जांच में देरी कर रही है। उसने बताया कि मृतक संजय एक तारीख को लापता हुआ था। अपने स्तर पर तलाश करने के बाद इसकी सूचना पांच सिंतबर को पुलिस को दे दी गई थी। 17 तारीख को गांव के पास ही नाले से उसका गला-सड़ा शव बरामद किया गया। राजबीर का आरोप है कि गुमशुदगी की शिकायत मिलने के बाद भी पुलिस ने तत्परता नहीं दिखाई। जिस कारण करीब 10-12 दिन के बाद उसका शव बरामद हो पाया। उसने कहा कि परिवार का किसी पर शक नहीं है। ना तो उनके परिवार की ओर न ही संजय की किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी थी।
उसने बताया कि बुधवार गुस्से में लोग जाम लगाने सड़कों पर आए तो पुलिस ने 24 घंटे में जांच पुरी कर हत्यारों तक पहुंचने का दावा किया था, लेकिन पूरे छह दिन बीतने के बाद उसके हत्यारों का किसी प्रकार का सुराग नहीं लग पाया है। मामले की जांच स्वयं थाना प्रभारी कर रहे हैं। लेकिन मामले में पुलिस की गंभीरता नजर नहीं आ रही है। उनसे फोन पर कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन व्यस्तता का बहाना बनाकर उनके मातहतों ने बात कराने से इनकार कर दिया। बात दें कि 17 तारीख को गांव नहारपुर के पास गांव के युवक संजय पुत्र किशनचंद का गला-सड़ा शव मिला था। संजय पुन्हाना खंड के ही एक पॉलीटेक्निक कालेज में मैकेनिकल इंजीनियर से डिप्लोमा कर रहा था। वह अंतिम वर्ष का छात्र था। उसकी लाश मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी।
निश्चित तौर पर गंभीर मामला है। जांच की जा रही है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिली है। एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल उसकी सीडीआर यानी काल डिटेल रिपोर्ट खंगाली जा रही है। ऐसे सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है, जिनसे उसकी एक तारीख के बाद बात हुई है। बगैर पूछताछ और जांच पूरी हुए बगैर किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगा। जल्दी मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।
-मनीष सहगल, डीएसपी, पुन्हाना।