खेल: अवार्ड की लड़ाई में मनोज ने मारी बाजी
फोटो: 17 जीयूआर 18जेपीजी में
अनिल भारद्वाज, गुड़गांव: अजुर्न अवार्ड की लड़ाई में ओलिंपियन बॉक्सर मनोज कुमार ने बाजी मार ली है। दिल्ली हाई कोर्ट के आदेशों के बाद खेल मंत्रालय ने आखिरकार यह मान लिया है कि मनोज अर्जुन अवार्ड का हकदार है और अवार्ड के लिए नाम चयन करने में बनाई गई कमिटी से चूकहुई है। अब खेल मंत्रालय इंचियोन एशियाई खेलों के बाद उन्हें अवार्ड से सम्मानित करेगा। खेल मंत्रालय ने बाक्सर मनोज को इस आशय की सूचना दे दी है कि उन्हें अर्जुन अवार्ड दिया जाएगा। दरअसल हरियाणा के इस बाक्सर ने अर्जुन अवार्ड चयन सूची में नाम नहीं आने पर 25 अगस्त को कमिटी की चयन प्रक्रिया के खिलाफ कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। कोर्ट ने 26 अगस्त को मनोज का रिकार्ड मंगवाकर चेक किया। इसके बाद 28 अगस्त को खेल मंत्रालय को मनोज को अवार्ड के बारे में 15 दिनों के भीतर निर्णय लेने को कहा। मनोज ने कोर्ट में कमिटी पर आरोप लगाया था कि मेरी एचिवमेंट की अनदेखी की गई है।
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मुझे खुशी है कि मेरे बड़े भाई ने जो अभियान शुरू किया गया था वो सच साबित हुआ। मैं न्यायलय व खेल मंत्रालय का धन्यवाद करता हूं।
-मनोज कुमार , बाक्सर।
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मेरा भाई के साथ अन्याय हो रहा था। मैने उसे उठाया और मैं सही साबित हुआ। मंगलवार की रात खेल मंत्रालय से संयुक्त सचिव ओमकार ने मुझे यह जानकारी दी। एशियन खेलों से पहले यह खबर मनोज के लिए संजीवनी साबित होगी।
-राजेश कुमार, मनोज के बड़े भाई।