मेवात जिला का नाम नूंह करने की उठी मांग
जागरण संवाददाता, मेवात :
चुनावी मौसम में मेवात जिला का नाम बदलने की मांग जोर पकड़ने लगी है। लोग विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से इस दिशा में प्रयास करने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए आने वाले दिनों में बाकायदा एक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। इसमें मेवात के हर वर्ग के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। हस्ताक्षरयुक्त मांग पत्र को प्रदेश के राज्यपाल को सौंपा जाएगा।
मेवात विकास परिषद के संरक्षक खलील अहमद ने कहा कि मेवात हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक फैला है। इस एरिया को एक जिला में समेटना प्रासांगिक नहीं है। कुछ असामाजिक तत्वों के कारण मेवात की छवि भी ठीक नहीं है। जब यहां के युवा या दूसरे लोग बाहर जाकर अपने जिले का नाम मेवात बताते हैं तो लोग उन्हें अलग ही नजर से देखने लगते हैं। इससे उनमें हीन भावना घर कर रही है। प्रदेश के सभी जिलों का नाम शहरों के नाम पर हैं तो यहां भी नूंह शहर के नाम से जिले का नाम होना चाहिए। इसे मेवात से बांधना उचित नहीं है। परिषद के अध्यक्ष आसिफ अली चंदेनी ने कहा कि प्रदेश के दूसरे शहरों की तरह ही नूंह का अपना भव्य इतिहास है। अगर जिले का नाम नूंह रखा जाएगा तो लोगों को नूंह का इतिहास जानने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि नूंह में सेठ चूहीमल का तालाब, शहर से तीन किलोमीटर दूरी पर पल्ला गांव में शेख मुसा की दरगाह अपने आप में यहां की विरासत है। मेवात का नाम नूंह रखने से यहां की विरासत के बारे में देश और प्रदेश के लोगों को जानने में मदद मिलेगी। इन लोगों ने कहा कि परिषद इसके लिए हस्ताक्षर अभियान चलाएगी। पूरे मेवात में हर उम्र के लोगों को इसमें भागीदार बनाया जाएगा। इस हस्ताक्षरयुक्त मांग पत्र को राज्यपाल को सौंपा जाएगा।