खेल: गलती शिक्षा विभाग की नुकसान खिलाड़ियों का
जागरण संवाददाता, गुड़गांव:
मंगलवार को हुई जिला स्तरीय स्कूली खेल कूद प्रतियोगिता में खिलाड़ियों व पीटीआई की संख्या कम रही। इसकी वजह नए नियमों को माना जा रहा है। लेकिन पीटीआई की संख्या कम क्यों रही इसका जवाब कोई नहीं दे रहा है। विभाग ने जिला भर के पीटीआई की डयूटी कहां पर लगाई इस की जानकारी नहीं है। खेलों के आयोजन स्थल पर 1-2 पीटीआई नजर आ रहे थे। जबकि खिलाड़ियों की संख्या ज्यादा थी। जिस कारण खिलाड़ी अपने पेपरों की जांच कराने के लिए इधर उधर भाग ले रहे थे। अगर विभाग एक खेल आयोजन पर 5-7 पीटीआई की डयूटी लगा देता, तो आयोजन कराने में आसानी रहती।
इन खेलों में ज्यादातर सरकारी स्कूलों के खिलाड़ी अकेले आए हुए थे। जबकि उन के स्कूल पीटीआई को साथ आना चाहिए था और खिलाड़ी के पेपर तैयार करने का कार्य पीटीआई को होता है। अगर ऐसा होता, तो खिलाड़ी प्रतियोगिताओं में ज्यादा भाग ले सकते थे। लेकिन विभाग के पीटीआई ने अपनी डयूटी नहीं समझी। जिला शिक्षा अधिकारी भी इस में कम जिम्मेवार नहीं है। विभाग ने पहले ही अपने स्कूल पीटीआई को आदेश क्यों नहीं दिया कि खेलों में शामिल होने वाले खिलाड़ियों के पेपर तैयार किए जाए। जबकि विभाग ने आयु के नियम पिछले साल लागू किए थे, लेकिन इस बार सख्ती से लागू कर दिया। विभाग के पीटीआई ने क्यों नहीं अपने खिलाडि़यों से साल भर में पेपर तैयार करने को कहा।
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पीटीआई की डयूटी लगाई गई थी। ताकि खेलों का आयोजन सही हो सके।
बलराज सिंह मलिक, जिला सहायक खेल अधिकारी।