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सीएम के कहने पर भी नहीं बने विद्यालय

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 05:22 PM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 05:22 PM (IST)
सीएम के कहने पर भी नहीं बने विद्यालय

जागरण संवाददाता, नूंह :

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मेवात में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए प्रशासन कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के दो साल बीत जाने के बाद भी घासेडा में विद्यालय भवनों का निर्माण नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री ने तब आदर्श गाव घासेड़ा में कस्तूरबा गाधी बालिका विद्यालय खोले जाने की घोषणा की थी। लेकिन संबंधित विभाग ने आज तक उस घोषणा पर अमल नहीं किया।

उल्लेखनीय है कि मेवात के नूंह, नगीना, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका, तावडू में कस्तुरबा गाधी बालिका विद्यालय में करीब 2000 लड़कियों को तालीम दी जाती है। यहां उन्हें भोजन के साथ किताब-कापी व स्कूल ड्रेस भी निश्शुल्क दिया जाता है। यहां गुणवत्तापरक शिक्षण के कारण अभिभावकों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए क्षेत्र के लोगों ने दो साल पहले मेवात दौरे पर आए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने नूंह खंड के आदर्श गाव घासेड़ा में कस्तूरबा गाधी बालिका विद्यालय खोले जाने की घोषणा की। घासेड़ा पंचायत ने स्कूल के लिए शिक्षा विभाग के नाम जमीन भी करा दी है।

सूबे की सरकार ने हाथ खींचे

शिक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि घासेड़ा में स्कूल के लिए केंद्र सरकार से अनुमति नहीं मिली है, उनके अनुसार सरकार की ओर से तर्क दिया गया है कि प्रदेश सरकार किसी खंड में एक से अधिक स्कूल खोलती है, तो उसका सारा खर्च प्रदेश सरकार को उठाना होगा। उसके बाद से प्रदेश सरकार ने हाथ भी पीछे खींच लिए।


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