Move to Jagran APP

जन्मदिन पर मौत का तोहफा

By Edited By: Published: Sun, 31 Aug 2014 02:25 AM (IST)Updated: Sat, 30 Aug 2014 06:53 PM (IST)
जन्मदिन पर मौत का तोहफा

सत्येंद्र सिंह, गुड़गांव : कालोनी में ही रहने युवक के साथ पत्‍‌नी के अवैध संबंध के चर्चे उसने दूसरे की जबान से सुनी तो एतबार नहीं हुआ। डेढ़ साल पहले जब खुद एक दिन पत्‍‌नी को उस युवक की बांहों में देख लिया तो उसका खून खौल उठा। गाली गलौज के साथ मारपीट तक कर डाली। यहां तक कि जान से मारने की धमकी दी थी। बावजूद इसके युवक का उसके घर छुपकर आना-जाना बंद नहीं हुआ। ऐसे में उसने पत्‍‌नी के आशिक का कत्ल करने के लिए अपने संबंधियों के साथ मिल योजना बना डाली। उसने युवक के जन्मदिन के दिन ही उसे पार्टी व तोहफा देने के बहाने अपने भांजे के कमरे में बुला शराब पिलाई। युवक जब नशे में हो गया, तो आरोपी ने साथियों के साथ मिल युवक की हत्या कर शव टुकड़ों में काट सूने स्थान में फेंक दिया। यह कहानी है गांधी नगर निवासी अर्पण उर्फ अमन हत्याकांड की। जिसके कई अनछुए पहलुओं को आज उजागर कर रहे हैं।

loksabha election banner

आशिक की हत्या प्रेमिका भी मददगार

परचून दुकानदार अर्पण की हत्या 24 अगस्त की रात की गई। उसी दिन अर्पण का जन्म दिन था। दो नावों में पैर रखने के चलते अर्पण की कथित प्रेमिका ने ही अर्पण को रास्ते से हटाने के लिए अपने पति मान सिंह उर्फ मोनू व उसके दोस्तों के साथ मिल वारदात की पटकथा लिखी। उसने पति को बताया कि आज अर्पण का जन्मदिन है। वह उससे तोहफा लेने के लिए गली में जरूर आएगा, जिसके चलते मोनू ने अपने भांजे के कमरे की चाभी ले ली और वहां पर वारदात को अंजाम देने के लिए सारी व्यवस्था कर ली थी। रात करीब दस बजे जैसे ही अर्पण गली में दिखा तो मोनू उसे उसकी कमरे में ले गया जहां शराब पीने के बाद उसने अर्पण का कत्ल कर दिया।

कातिल अकेला नहीं, कई थे

मोनू भले ही यह स्वीकार कर रहा है कि उसने कत्ल अकेले किया। केवल टुकड़ों में की गई लाश ठिकाने लगाने के लिए उसने एक युवक का साथ लिया। उसे पुलिस ने पकड़ भी लिया, लेकिन अर्पण के पिता बिजेंद्र अभी भी यही रट लगाए हैं कि वारदात में मोनू का भांजा उसका एक दोस्त तथा उसकी पत्‍‌नी व मां भी शामिल रही हैं। बिजेंद्र ने शुक्रवार को पुलिस आयुक्त आलोक मित्तल को शिकायत देकर उनकी भी गिरफ्तारी करने की मांग की है। बिजेंद्र ने कहा उसके तंदुरुस्त जवान बेटे को मोनू अकेले नहीं मार सकता था। वारदात में मोनू की पत्‍‌नी व मां सहित कई लोग शामिल थे, उन्हें भी पकड़ा जाए।

हमने कर दिया काम तमाम, लाश तुम खोज लो

बिजेंद्र ने भरे गले से बताया कि रात में जब बेटा घर नहीं आया तो वह छोटे बेटे अंकुर के साथ मोनू के यहां गया था। उसने जब मोनू की मां से सवाल किया तो उसने यही कहा था कि तुम्हारा बेटा नहीं माना तो हमने उसका काम तमाम कर दिया, अब शव तुम खोज लो।

''प्राथमिक जांच में मुख्य आरोपी मोनू व एक अन्य युवक की वारदात में भूमिका दिखी, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। जांच अभी चल रही है, जिनका नाम लिया गया उनकी भूमिका के साक्ष्य मिले तो उन्हें भी पकड़ा जाएगा। युवक के परिजन मुझसे मिले थे, उनसे भी यही कहा है। अगर पुलिस अधिकारी ने जांच में कोताही की तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।''

-आलोक मित्तल, पुलिस आयुक्त।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.