एटीएम लूटने आए बदमाशों ने की गार्ड की हत्या
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दौलताबाद गांव में लगे एक्सिस बैंक के एटीएम बूथ पर लूट के इरादे से आए बदमाशों ने विरोध करने पर बूथ पर तैनात सुरक्षा गार्ड की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी। लुटेरों ने दोनों पर चाकू व कुल्हाड़ी से वार किए। सिर व सीने में लगी चोट से गार्ड ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि उसका साथी मरणासन्न हो गया। उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल में दाखिल कराया गया है। उसे शाम को होश आ गया लेकिन अभी आईसीयू में रखा गया है। बदमाशों की संख्या कितनी थी यह अभी नहीं पता चला सीसीटीवी फुटेज में एक ही युवक कैद हुआ है। उसका भी चित्र स्पष्ट नहीं है पुलिस फुटेज साफ कराने में लगी है।
शनिवार की अलसुबह करीब तीन बजे बदमाशों ने एटीएम में धावा बोला। सुरक्षा गार्ड भूपेंद्र (30) निवासी गांव सुरहिया जिला अररिया बिहार तथा मार्केट में चाय का खोखा लगाने वाला सहरसा निवासी रामप्रसाद (भूपेंद्र का रिश्तेदार) के साथ गार्ड केबिन में लेटा हुआ था। मशीन में लगे कैमरे के फुटेज बता रहे हैं कि भूपेंद्र ने एटीएम बूथ को अंदर से बंद कर रखा था। बदमाशों में से एक ने रकम निकालने की बात कह केबिन खुलवाया। दरवाजा खुलते ही चार पांच युवक अंदर आ गए। आते ही बदमाशों ने कुल्हाड़ी व चाकू से उस पर वार कर दिया। भूपेंद्र की चीख से सो रहा रामप्रसाद जग गया उसने शोर मचा दिया। बदमाशों ने उसके ऊपर भी ताबड़तोड़ वार किए। शोर सुन आसपास के लोग जग गए और आवाज देने लगे तो लुटेरे चंपत हो गए। पड़ोसी सुरजीत एटीएम बूथ में पहुंचा तो उसने भूपेंद्र व रामप्रसाद को मरणासन्न हालत में देख पुलिस कंटोल रूम को सूचना दी। सूचना पाते ही थाना प्रभारी राजेंद्र पार्क इंस्पेक्टर अमित मौके पर पहुंचे रामप्रसाद की सांस चलती देख उसे अस्पताल भेजा गया। घटना स्थल पर पहुंचे एसीपी (क्राइम) राजेश कुमार ने बताया गार्ड एटीएम बूथ पर करीब एक साल से तैनात था। बदमाशों ने लूटपाट का विरोध करने पर उसे मौत के घाट उतार दिया। बदमाशों ने रामप्रसाद को भी मरा समझ कर छोड़ा था। दोनों पर हमला करने के बाद भी बदमाशों ने मशीन को काट कर उखाड़ने का प्रयास किया लेकिन लोग जग चुके थे वह भूपेंद्र को आवाज दे रहे थे। माहौल देख बदमाश चंपत हो गए, उनकी तलाश में पांच पुलिस टीम लगाई गई हैं। फिलहाल मामला लूटपाट का लग रहा है लेकिन यह भी संभव है कि गार्ड को रंजिश के चलते मारा गया हो और पुलिस को उलझाने के लिए रूप लूटपाट का दे दिया गया हो। बदमाश जानते थे कि मशीन में कैमरा लगा है लिहाजा केवल केट खुलवाने के लिए ही सामने आए अन्य साइड से अंदर पहुंचे।
गवाह को बचाने में जुटी पुलिस
रामप्रसाद घटना का एक मात्र चश्मदीद गवाह है। बदमाश संख्या में कितने थे? और उनके चेहरे व कद काठी कैसी थी? यह जानकारी रामप्रसाद से मिलेगी ताकि बदमाशों का स्केच तैयार हो सके। लिहाजा पुलिस रामप्रसाद की जान बचाने के लिए हर कोशिश कर रही है। एसीपी राजेश कुमार ने बताया दो पुलिस कर्मियों को रकम के साथ सफदरजंग अस्पताल सुबह भी भेज दिया गया था। ताकि इलाज में कोई दिक्कत न आए।
क्रोनोलॉजी
- पांच जून 2012 : न्यू कालोनी मोड़ स्थित एक बैंक के गार्ड को बंधक बना लूटपाट की गई थी
दस अगस्त 2013 : सेक्टर पांच में एक बैंक के एटीएम पर तैनात गार्ड को अधमरा कर बदमाशों ने की थी लूटपाट