खेड़की दौला टोल हटाने की आवाज हुई मुखर
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस वे स्थित खेड़की दौला टोल हटाने को लेकर मंगलवार को फिर आवाज गूंजी। इस बार चालीस गांव के प्रतिनिधि मंडल ने लघु सचिवालय में टोल हटाने को लेकर अपनी आवाज मुखर की। प्रतिनिधि मंडल ने एसडीएम ओमप्रकाश से मुलाकात कर मामले का जल्द निदान करने को कहा। एसडीएम ने आश्वासन दिया कि इस मामले को जल्द सुलझा लेंगे।
रविवार को नरसिंहपुर गांव में हुई चालीस गांव की महापंचायत में गठित कमेटी के लोगों ने आज लघु सचिवालय में अपनी मांग को लेकर नारेबाजी की। कमेटी के मानेसर के पूर्व सरपंच ओमप्रकाश, रामबीर सिंह, कदम सिंह ठाकरान, सरहौल टोल हटाने में अहम भूमिका निभाने वाली टोल संघर्ष समिति के उप प्रधान डीसी यादव ने एसडीएम कार्यालय के बाहर कहा कि खेड़की दौला टोल को हटाकर ही दम लेंगे। सुबे सिंह, नरेश, कप्तान यादव आदि ने कहा कि महापंचायत के समय एसडीएम ओमप्रकाश ने गांव के लोगों के अलावा टोल संचालन करने वाली एजेंसी एवं नेशनल हाइवे के अधिकारियों को मंगलवार बुलाया था। चालीस गांव के प्रतिनिधि मंडल अपनी मांगों के साथ पहुंचा लेकिन बाकी कोई नहीं आया। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और कहा कि लागत वसूल कर चुके इस टोल को हटाना है। गलत तरीके से टोल का काम लेने वाली कंपनी इसीलिए सामने नहीं आ रही है। ओमप्रकाश ने बताया कि जब तक टोल नहीं हटता तब तक चालीस गांव एवं गुड़गांव नंबर के वाहनों को पहले की भांति बिना टोल आने-जाने की सुविधा मिले। डीसी यादव ने कहा कि जिस प्रकार सरहौल टोल हटा उसी प्रकार इस टोल को भी हटाकर दम लेंगे। जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। ओमप्रकाश सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो फिर आक्रोशित लोग सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन एवं टोल कंपनी जिम्मेदार होगी। एसडीएम ओमप्रकाश का कहना है कि वीरवार को टोल कंपनी एवं नेशनल हाइवे के अधिकारियों को भी बुलाया है। कोशिश कर रहे हैं कि इस मामले को जल्द सुलझा दें। इसके लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं।