फिर उठी जीडीए गठन की मांग
जासं, गुड़गांव : प्रदेश को सर्वाधिक राजस्व करीब 55 फीसदी अकेले गुड़गांव देता है। बावजूद यहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर का अभाव है। तमाम समस्याओं से पूरा शहर जूझ रहा है। न तो बड़े प्रोजेक्ट शुरू हो पा रहे हैं न ही लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया हो पा रही हैं। इसके चलते जीडीए (गुड़गांव डेवलपमेंट अथारिटी) का गठन होना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शीतला कालोनी में आहूत एक कार्यक्रम में यह बात भारत स्वाभिमान हरियाणा के संरक्षक त्रिलोक शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि गुड़गांव के पैसे से दूसरे शहरों का विकास हो रहा है लेकिन यहां के जनप्रतिनिधियों ने मौन साध रखा है। यह तो लोगों के साथ ठगी है। जबकि लोगों ने इन्हें वोट देकर इसीलिए जिताया था कि वह उनके एवं शहर हित को लेकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे। बावजूद यह अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे हैं। इसके अब पूरे शहर को एक होकर शहर के विकास का मुद्दा उठाना चाहिए। इसके लिए जीडीए का गठन कराने की मांग को एक आंदोलन का रूप देना चाहिए। साथ ही विधानसभा चुनाव में ऐसे प्रत्याशी का साथ दें जो आम लोगों की आवाज बन सके।