विज्ञापन का ठेका लेने सामने आई पांच कंपनी
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पांच साल के लिए शहर में सवा सौ जगह यूनिपोल का ठेका लेने के लिए पांच कंपनी सामने आई हैं। इसमें से एक कंपनी तय मापदंड पर खरी नहीं उतरी और इसके चलते निगम ने उसे टेंडर प्रक्रिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अब चार कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा है। जो कंपनी तकनीकी में बेहतर होगी और जिसने अधिक रेट कोड किए होंगे उसे ही ठेका मिलेगा।
पुरानी गलतियों से सीख लेते हुए इस बार नगर निगम ने विज्ञापन का ठेका जारी करने के लिए कई मापदंड व शर्ते निर्धारित की हैं। इसके कारण स्थानीय एजेंसियां तो टेंडर भी काल करने के योग्य नहीं रहीं। ग्लोबल टेंडर होने से पहली बार नामी-गिरामी कंपनियों ने गुड़गांव में विज्ञापन का काम लेने में रुचि दिखाई है। पांच कंपनियों ने टेंडर में हिस्सा लिया। शुरुआती जांच उपरांत एक कंपनी मापदंड पर खरी नहीं उतरी तो निगम से उसे बाहर कर दिया। अब चार कंपनी के बीच मुकाबला है। निगम इन कंपनियों के पहले किए गए कार्य, अनुभव, बैंक बैलेंस, पेमेंट आनेस्ट मनी सहित कई तकनीकी पहलुओं पर इनके दस्तावेज खंगाल रही है। इसमें जो भी कंपनी खरी उतरेगी वह अगले दौर में पहुंचेगी। अगले दौर में निगम ने कंपनियों द्वारा विज्ञापन का ठेका लेने के लिए जो रेट कोड किए हैं उसे ओपन करेगी। जिस कंपनी ने अधिक रेट कोड किए होंगे उसे ही पांच साल के लिए शहर में सवा सौ यूनिपोल लगाने का काम मिल जाएगा। इस बार निगम ने यूनिपोल की साइज कम की है। हालांकि यदि कंपनी उसकी साइज बढ़ाना चाहती है, तो उसके लिए उसे अलग से भुगतना करना होगा। निगम में विज्ञापन का काम देखने वाले कार्यकारी अभियंता अमित श्योकंद चार कंपनियों के दस्तावेज को चेक करने में लगे हैं। निगम चीफ इंजीनियर बलजीत सिंह सिंगरोहा ने बताया कि एक सप्ताह में तकनीकी पक्ष की जांच-पड़ताल उपरांत उनके रेट वाले टेंडर खोल दिए जाएंगे। 25 अगस्त के पहले निगम संबंधित कंपनी को विज्ञापन लगाने की अनुमति दे देगा। सिंगरोहा ने बताया कि उसने दो माह के लिए जिन 75 यूनिपोल का ठेका करीब ढाई करोड़ में दिया था उसका समय 25 अगस्त को खत्म होगा। यानि इसके अगले दिन से नई कंपनी अपना काम शुरू कर सकेगी।