घूस लेने के आरोप में दस पुलिसवाले बर्खास्त
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : घूस लेने और नियमों को ताक में रख काम करने के आरोप सिद्ध होने पर दस पुलिस कर्मियों का बर्खास्त कर दिया गया है। इस सभी के खिलाफ करीब छह माह से विभागीय जांच चल रही थी। उन 11 अन्य पुलिस कर्मियों को भी नौकरी से निकाला जा सकता है। जिनके खिलाफ भी जांच पूरी हो चुकी है। लेकिन कार्रवाई करने से पहले दूसरे पैनल से भी जांच कराई जा रही है।
गुड़गांव कमिश्नरी के इतिहास में पहली बार एक साथ इतने पुलिस कर्मियों को बर्खास्त किया गया है। नौकरी से हटाए गए किए गए दस पुलिस कर्मियों में से एक हवलदार (डीसीपी ट्रैफिक का पूर्व रीडर)भी शामिल है। जिसने एक महिला आईपीएस अधिकारी के नाम पर महकमें में तैनात इंस्पेक्टर से मंहगा मोबाइल फोन व कैश मांगा था। उसी ने दिसंबर 2013 में घूस की रकम ट्रैफिक इंस्पेक्टर से तत्कालीन डीसीपी ट्रैफिक की गायों को घास लेने के लिए मांगी थी। इससे पहले भी वह अधिकारी के नाम पर कई ट्रैफिक इंस्पेक्टर से रकम ले चुका था। यह बात जब आईपीएस अधिकारी को पता चली तो हवलदार को निलंबित कर जांच बैठा दी गई थी। चार पुलिस कर्मियों को लगातार गैर हाजिर रहने तथा चार पुलिस कर्मियों घूस लेने के आरोप की जांच में दोषी पाए जाने पर नौकरी से हटाया गया है। एक एएसआई को सजायाप्ता कैदी को रिश्वत लेकर भगाने के आरोप में सेवा मुक्त किया गया है।
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''इस साल 105 पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच हुई जिसमें 28 आरोपी दोषी नहीं पाए गए। दस पुलिस कर्मियों को दोषी पाए जाने पर नौकरी से हटाया गया है। अन्य के खिलाफ जांच चल रही है।
आलोक मित्तल : पुलिस आयुक्त, गुड़गांव ।