Move to Jagran APP

किचन पर महंगाई की मार

By Edited By: Published: Fri, 25 Jul 2014 03:10 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jul 2014 07:49 PM (IST)
किचन पर  महंगाई की मार

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : बाजार में राशन खरीदने के बाद बिल देखने पर मधु के होश उड़ गए। शर्मिदा भी हुई कि जो सामान अबतक वे लेती रही हैं उसी हिसाब से पैसे लेकर आई थी लेकिन दुकान पर पैसे कम पड़ गए। मधु ने अपनी रूम मेट को फोन किया और वह पैसे लेकर आई। यह मधु के साथ ही नहीं बल्कि अन्य लोगों के साथ भी होता रहता है। कारण है कि हर सामान पर महंगाई इस कदर आती है कि किसी को अंदाजा भी नहीं होता।

loksabha election banner

शहर के दूर दराज के इलाकों में और महंगाई

बाहर से आकर यहां के मल्टीनेशनल कंपनियों में जाब करने वाले लोग ज्यादातर शहर के सेक्टर 56,57, 58 सहित कई अन्य इलाकों में रहते हैं। इन लोगों के लिए इक्के दुक्के डिपार्टमेंटल स्टोर उपलब्ध होते हैं जिनमें मन माने दामों में सामान मिलता है। सेक्टर 56 निवासी रितेश का कहना है कि उन्हें हर चीज सिटी की अपेक्षा महंगे दामों पर मिलती है। आईटी कंपनी कर्मी राज का कहना है कि डिपार्टमेंटल स्टोर्स उन्हें सामान मुहैया करवा देते हैं इसके लिए थोड़े अधिक पैसे भी देने पड़ते हैं। सेक्टर 57 निवासी मधुलिका मिश्रा के मुताबिक होम डिलिवरी का सिस्टम भी है तो ऐसे में दुकानदार से मोल भाव भी नहीं किया जा सकता है।

स्नैक्स आइटम पर महंगाई

हर ब्रांड ने अपने चिप्स, नमकीन तथा अन्य स्नैक्स आइटम या तो महंगे कर दिए हैं या फिर उनके पैक छोटे कर दिए हैं। जूस भी महंगे हो गए हैं तथा ब्रांडेड व नान ब्रांडेड चिप्स आदि भी। इस बारे में बताते हुए किराना स्टोर के संचालक दीपक कुमार ने बताया कि ज्यादातर स्नैक्स आइटम में कीमतें वही हैं और वजन कर कर दिया गया है। बाजार में मिलने वाले चिप्स की कीमत बीस रुपये ही है काफई समय से लेकिन कुछ दिनों पर पहले इनका वजन पचास ग्राम से घटाकर कंपनियों ने तीस ग्राम कर दिया है। इसी तरह से नामी गिरामी बिस्किट ब्रांड ने भी 100 ग्राम से वजन घटाकर 75 ग्राम कर दिया है तथा कीमत पहले जितनी ही है। जूस भी महंगे हो गए हैं। पहले जहां सौ ग्राम के जूस 85 तथा 90 रुपये के होते थे वे अब 99 तथा 95 रुपये के आ रहे हैं। इस बारे में सेक्टर 31 निवासी मनीषा शर्मा का कहना है कि स्नैक्स इतने महंगे हो गए हैं कि बच्चों की पसंद व इच्छाओं पर तो लगाम लगाना ठीक नहीं है लेकिन इससे बजट पर तो फर्क पड़ता ही है।

शहर में अपार्टमेंट्स में

आटा 31 30-50

चावल 60 90 रु. तक

दाल 90 100 रु. तक

रिफाइंड 170 180 रु. तक

सरसो तेल 100-110 100-135

दूध 48 55

ब्रेड 36 25-40

घी 450 500

----

सब्जी मंडी में फल व सब्जियों के भाव आसमान चढ़े हुए हैं। आम लोगों के लिए जिस प्रकार पहले फल पहुंच से दूर होते थे उसी तरह सब्जियां भी हर किसी के बस की बात नहीं रही। सब्जियों में टमाटर व आलू व फलों में लीची अमरूद व आम जैसी चीजों के दाम बढ़ गए हैं। सब्जियों के लिए ग्राहक सब्जी विक्रेताओं को कोसते हैं तो स्थानीय सब्जी विक्रेता मौसम व अन्य चीजों को इस महंगाई के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं।

टमाटर - 80-85 रुपये किलो

भिंडी - 30-40 रुपये किलो

बैंगन - 25-40 रुपये

शिमला मिर्च - 70 -80 रुपये किलो

आलू - 37- 40

प्याज - 32-35

जामुन - 130 रुपये किलो

लीची - 120 रुपये किलो

अमरूद - 80-100 रुपये किलो

आम - 50-70 रुपये किलो

बब्बू गोशा - 70-100 रुपये किलो

सेब - 250 रुपये किलो व इससे अधिक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.