अंधेरे में डूबा रहता है न्यू रेलवे रोड
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : मुख्य रोड को दूधिया रोशनी में निहालने का दावा करने वाले नगर निगम की पोल खुलने लगी है। रेलवे स्टेशन जानी वाली ओल्ड व न्यू रेलवे रोड की लाइट आए दिन गुल रहती है। मंगलवार को भी न्यू रेलवे रोड की लाइट गुल थी। अंधेरे के कारण लोगों को जहां आवाजाही में दिक्कत हो रही, वहीं दुर्घटना का भी भय बना रहता है। पैदल व बाइक वालों को खासी दिक्कत हो रही है। निगम अधिकारियों की स्थिति यह है कि शिकायत के बावजूद वह इस समस्या की सुध नहीं ले रहे हैं।
नगर निगम ने ओल्ड व न्यू रेलवे रोड पर एलइडी लाइट लगाकर इसे रोशनी से जगमग करने का दावा किया था, जबकि हकीकत यह है कि लाइट लगने के बाद से ही यह कभी भी बंद हो जाती है। कई बार तो ऐसा लगता है कि न्यू व ओल्ड रेलवे रोड में लाइट खराब होने की होड़ सी लगी है। मंगलवार को भी न्यू रेलवे रोड पर अंधेरा पसरा हुआ था। वाहनों की हेड लाइट से रोड चमक रहा था। बिजली के पोल पूरी तरह शोपीस बने हुए थे। यहां रहने वाले एडवोकेट अरुण शर्मा ने बताया कि निगम अधिकारियों को लगातार शिकायत कर रहे हैं लेकिन उनके कानों में जूं नहीं रेंग रही। अंधेरे के कारण आए दिन एक्सीडेंट होते हैं। बावजूद अधिकारी न तो लाइट ठीक कर रहे न ही इसका रखरखाव करने वाली एजेंसी पर कार्रवाई। यहां रहने वाले उदय भान का कहना है कि अंधेरे के कारण रोड क्रास करते समय हमेशा दुर्घटना की संभावनाएं बनी रहती हैं। रोड के बीच में बने कट से कभी भी कोई अचानक सामने आ जाता है। लाइट नहीं होने से पैदल चलने वालों को भी दिक्कत होती है। भीम नगर निवासी राकेश तिवारी का कहना है कि अंधेरे के कारण महिलाओं को आवाजाही में सबसे अधिक दिक्कत होती है। निगम की इलेक्ट्रिक विंग हैं कि वह इस समस्या निदान के लिए कोई ठोस कदम ही नहीं उठा रही है। निगम एसई वाईके गर्ग का कहना है कि इलेक्ट्रिक विंग के एसडीओ व जेई को रात के समय भ्रमण कर लाइट चेक करने के आदेश दे रखे हैं। यदि मुख्य रोड पर लाइट नहीं जल रही तो यह इनकी लापरवाही है। इसके लिए इनसे जवाब तलब करेंगे। साथ ही लाइट का रखरखाव करने वाली एजेंसी पर भी कार्रवाई की जाएगी।