डायरिया के मरीजों में हो रहा इजाफा
जागरण संवाददाता, गुड़गांव : गर्मियां शुरू होते ही बच्चों में डायरिया की समस्या बढ़ गई है। जिला अस्पताल का बच्चों के वार्ड इन दिनों भरे रह रहे हैं। बच्चों का वार्ड इनदिनों हमेशा पूरी तरह भरा रह रहा है। दूसरी ओर ओपीडी में भी डायरिया ग्रस्त बच्चे आ रहे हैं। सिविल लाइंस स्थित सामान्य अस्पताल के अलावा सेक्टर दस स्थित सामान्य अस्पताल में भी ओपीडी में आने वाले बाल मरीजों में डायरिया ग्रस्त बच्चों की संख्या ज्यादा है। अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. डीएस यादव के मुताबिक डायरिया ग्रस्त बाल मरीजों की संख्या इनदिनों सबसे ज्यादा है।
जिला अस्पताल की बच्चों के वार्ड में तैनात डा. निशा ने कहा कि बच्चों को डायरिया से बचाया जा सकता है अगर माता-पिता सावधानी रखे। जिला अस्पताल में आने वाले डायरिया ग्रस्त बच्चों में से ज्यादातर गरीब परिवारों से हैं।
सबसे अहम बात है गंदे पानी का सेवन। बच्चों को इनदिनों उबला हुआ पानी ठंडा कर पिलाए। या फिर किसी आरओ या जहां फिल्टर लगा है, वहां का पानी पिलाए। इस मौसम में डायरिया के कीटाणुओं के बढ़ने की परिस्थितियां ज्यादा होती है।
- खाना ताजा खिलाएं। भोजन में धूल मिट्टी लगने नहीं दे।
- बाहर की चीजें और खुले में मिलने वाली चीजें बच्चों को नहीं दें।
- बच्चों को चम्मच, गिलास या कटोरी से दूध पिलाने की आदत डाले। बोतल को स्टरलाइज करने के बाद एक बार ही उससे दूध पिलाना चाहिए।
-अगर डायरिया हो जाए तो बच्चे में पानी की कमी नहीं होने दे
- ओआरएस का घोल या पानी में चीनी और नमक को घोल कर पिलाएं
- इसके अलावा नारियल पानी, शिकंजी, पतली खिचड़ी, केले आदि भी दे।
- इन सबसे जरूरी खाने-पीने की चीजों में साफ सफाई का बहुत ख्याल रखें।