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गैंगस्टर से जुगलबंदी के आरोप में एएसआइ निलंबित

By Edited By: Published: Wed, 23 Apr 2014 12:59 AM (IST)Updated: Wed, 23 Apr 2014 12:59 AM (IST)
गैंगस्टर से जुगलबंदी के   आरोप में एएसआइ निलंबित

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : अभी एक हवलदार पर अपराधियों से जुगलबंदी के आरोप की जांच पूरी भी नहीं हुई थी कि एक और दाग सामने आ गया। पेशी गारद में ड्यूटी पर रहे सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआइ) जगदीश को निलंबित कर उसके खिलाफ मंगलवार को एफआइआर दर्ज की गई। उस पर आरोप है कि अदालत लाते समय उसने हत्यारोपी की रकम से शराब पी और दो हजार की रकम घूस में ली। आरोपी को हथकड़ी भी नहीं लगाने दी। निलंबित किए गए पुलिस कर्मी की तलाश सिटी थाना पुलिस कर रही है।

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मामला सोमवार दोपहर बाद का है। गैंगस्टर राकेश निवासी हयातपुर पर अपने ही गांव के सरपंच राकेश (28) की हत्या कराने आरोप है। इसी मामले में उसकी सोमवार को अदालत में पेशी थी। पुलिस ने राकेश को कुख्यात अपराधी की श्रेणी में रखा है। इसी वजह से भोंडसी जेल से उसे एएसआइ जगदीश की अगुवाई में नौ पुलिस कर्मी की गारद गुड़गांव अदालत लेकर आई थी। आरोप है कि जेल से चलते ही रास्ते में राकेश को एक व्यक्ति ने तीस हजार की रकम पकड़ाई, जिसे जगदीश ने ले लिया। उसके बाद कैदी वैन को जगदीश कन्हई गांव स्थित एक शराब के ठेके पर ले गया और वहां शराब पी। वहीं पर उसने राकेश की हथकड़ी भी खुलवा दी। अन्य पुलिस कर्मियों ने विरोध किया तो उन्हें धमका दिया। पुलिस कर्मियों को आभास हुआ कि राकेश ने पुलिस कस्टडी से भागने के चक्कर में जगदीश से सेटिंग की है। एक पुलिस कर्मी ने एसएमएस से सारी जानकारी पुलिस आयुक्त को दी, जिसके बाद एसीपी जांच करने पहुंचे। तब तक पुलिस पार्टी अदालत आ चुकी थी। अदालत परिसर में सभी पुलिस कर्मियों को रोक जगदीश अकेले ही राकेश का हाथ पकड़ जाने लगा, तभी एसीपी पहुंच गए। उन्हें देख वह आरोपी का हाथ छोड़ भाग गया। अन्य पुलिसकर्मियों ने राकेश को पकड़ हथकड़ी लगाई। देर शाम तक चली जांच के बाद जगदीश के खिलाफ कार्रवाई की गई। इससे पहले दस अप्रैल को अपराधी से साठगांठ कर झूठा मामला दर्ज करने के आरोप में बादशाहपुर थाने के बड़े मुंशी गंगावीर को लाइन हाजिर किया गया जा चुका है। उसके खिलाफ भी एफआइआर दर्ज हुई थी।

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''एएसआइ जगदीश के खिलाफ आरोप सही पाए गए, गैंगस्टर की जेब से 28000 की रकम बरामद हुई। यह रकम एसीपी को देख एएसआइ ने राकेश की जेब में डाली थी। राकेश ने कबूला कि दो हजार जगदीश ने लिए हैं। एएसआइ के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम के तहत सिटी थाने में मामला दर्ज निलंबित कर दिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के भी प्रयास चल रहे हैं।''

-विनोद शर्मा, संयुक्त पुलिस आयुक्त


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