चेयरपर्सन के विरोधी 22 में से 20 सदस्य पहुंचे हस्ताक्षर की पुष्टि करने
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : चेयरपर्सन आशारानी को हटाने के लिए गत दिनों सत्यापित पत्र देने वाले पंचाय
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : चेयरपर्सन आशारानी को हटाने के लिए गत दिनों सत्यापित पत्र देने वाले पंचायत समिति सदस्य की मंगलवार को डीडीपीओ कार्यालय में हस्ताक्षर की जांच हुई। हालांकि उन्हें हस्ताक्षर जांच के लिए डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा। एक घंटे वे उपायुक्त के कार्यालय के बाहर खड़े रहे। इसके बाद डीसी जेके आभीर के कहने पर डीडीपीओ राजेश खोथ ने जांच की। इस दौरान ज्ञापन देने वाले 22 में से 20 सदस्य पहुंचे। चेयरपर्सन पक्ष ने दो विरोधी सदस्य किसी तरह मना लिए हैं। फिर भी हस्ताक्षर की जांच करवाने आए सदस्यों ने दावा किया कि वो 30 में से 25 एकजुट हैं। ऐसे में अब ब्लाक समिति की बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें चेयरपर्सन को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं। डीडीपीओ राजेश खोथ का कहना है कि उन्होंने डीसी के कहने पर सभी पंचायत समिति सदस्यों की गत दिनों सौंप गए ज्ञापन के बारे में हस्ताक्षर की जांच की। अब इसकी कार्रवाई आगे भेज दी जाएगी। वहीं हस्ताक्षर जांच करवाने आए पंचायत समिति सदस्यों ने कहा कि उनका विरोध तो सिर्फ चेयरपर्सन के ससुर मुख्तयार ¨सह बाजीगर का है। वह भाजपा पार्टी से जुड़े हुए है। इस बाबत पार्टी के नेताओं से भी मिल चुके हैं।
--शुरू से ही कर रहे विरोध
चेयरपर्सन प्रतिनिधि मुख्तयार ¨सह का विरोध सदस्य शुरू से ही विरोध कर रहे हैं। शुरू में कुछ ही सदस्य थे। अब इनकी संख्या बढ़ गई है। मुख्य रूप से विरोध में सुनीता परोचा व सुभाष सहारण शामिल हैं। इनकी तो कई बार तीखी बहस भी हो चुकी है। अब इनकी संख्या बढ़कर 22 हो गई है। वो बात अलग है कि हस्ताक्षर की जांच करवाने 20 सदस्य ही पहुंचे। लेकिन यह संख्या दो तिहाई तक पहुंच गई है, जो चेयरपर्सन को हटाने के लिए पूरी है।
--इन सदस्यों ने जताया अविश्वास
वार्ड सदस्य का नाम
1 सुनीता रानी
3 रमेश कुमार
4 संदीप कुमार
5 रविकुमार
8 कुलदीप कौर
7 बालारानी
11 शर्मिला
12 सुभाष चंद्र
15 सुभाष चंद्र
16 जस¨वद्र
17 मदनलाल
18 किरण बाला
19 रामदयाल
22 सुभाष चंद्र सोलंकी
23 अनिल कुमार
24 सुनीता देवी
26 मदन लाल
28 बबीता रानी
29 सुरजीत
30 किरण
--ये दो सदस्य नहीं आए
वार्ड सदस्य
20 लक्ष्मी देवी
21 सुनीता देवी
--आशा के समर्थन में भाजपा
चेयरपर्सन आशारानी के ससुर मुख्तयार ¨सह भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। इसलिए उनके समर्थन में भाजपा आ चुकी है। मुख्तयार ¨सह बाजीगर समाज के प्रतिनिधि के रूप में देखे जाते हैं। इसलिए भाजपा नहीं चाहती कि आशारानी की कुर्सी जाए। इसलिए आशारानी के समर्थन में खड़े भाजपा के नेता भी दूसरे सदस्यों को मना रहे हैं। बताया गया है कि पंचायत समिति के सदस्यों को घर जाकर मनाया जा रहा है। हालांकि बगावत पर उतरे समिति सदस्यों का कहना है कि भाजपा से उनका विरोध नहीं। वे तो सिर्फ मुख्तयार ¨सह के विरोध में हैं। ऐसे में संभावना यह भी है कि शायद कुछ सदस्य मान जाएं और आशारानी की कुर्सी बच जाए।
--हम सभी भाजपा से जुड़े हुए हैं। भाजपा पार्टी से कोई विरोध नहीं है। हमारा रोष तो चेयरपर्सन व उनके ससुर से है, जो बजट का सही से प्रयोग नहीं करते। पंचायत समिति के सदस्यों सभी एकजुट हैं। हमारी तो मांग है कि जल्द से जल्द अब पंचायत समिति की बैठक बुलाई जाए ताकि हम अविश्वास प्रस्ताव रख सकें।
- सुनीता परोचा, पंचायत समिति सदस्य व चेयरपर्सन की उम्मीदवार।
---सभी सदस्य हमारे साथ हैं। अविश्वास जैसी कोई बात नहीं है। मुझे भाजपा पार्टी व सदस्यों ने चेयरपर्सन बनाया है। यदि मेरे प्रति कोई नाराजगी है तो खुलकर बताएं। सभी सदस्यों को मेरी तरफ से पूरा सम्मान दिया गया है। यदि मेरा विरोध भी है तो पहले कारण तो बताएं।
-आशारानी, चेयरपर्सन, ब्लाक समिति फतेहाबाद।