प्रदर्शनकारी व पुलिस भिड़े, एसपी, डीएसपी सहित अनेक घायल
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद:दिल्ली में जाट नेताओं की बातचीत सरकार के साथ चल रही थी। इसी दौरान फतेहाबाद
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद:दिल्ली में जाट नेताओं की बातचीत सरकार के साथ चल रही थी। इसी दौरान फतेहाबाद के भूना खंड के गांव ढाणी गोपाल में खेरी रोड पर जाट प्रदर्शनकारी व पुलिस के बीच झड़प हो गई। झड़प इतनी जबरदस्त थी कि पुलिस को कुछ समझ आता तब तक 38 पुलिस कर्मचारी घायल हो गये। इस झड़प में सबसे बड़ी बात रही कि जाटों की तरफ से एक भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ। घटना के बाद आस पास की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने डीएसपी गुरदयाल ¨सह पर पथराव कर दिया। जिससे वे घायल हो गये। घटना के बाद एसपी ओमप्रकाश नरवालन भी मौके पर पहुंच गये। लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन पर भी हमला कर उन्हें घायल कर दिया। आधे घंटे तक चली ¨हसक झड़प में एसपी, डीएसपी व एक सीआरपीएफ सहित 38 पुलिस कर्मचारी घायल हो गये। पुलिस की संख्या बढ़ता देख प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की दो बसों को आग के हवाले कर दिया। घटना की कवरेज कर रहे विभिन्न समाचार पत्रों के चार पत्रकारों ने बंधक बना लिया और कैमरे व मोबाइल भी तोड़ दिए। इस दौरान एसपी व जाट नेताओं के बीच बात होने पर पत्रकारों को मुक्त कर दिया। वही 8 पुलिस कर्मचारियों की हालत गंभीर होने पर उन्हें रेफर भी कर दिया।
जानकारी के अनुसार रविवार को ढाणी गोपाल में धरना चल रहा था। जाटों के तय कार्यक्रम के अनुसार ट्रैक्टर -ट्रालियों से दिल्ली कूच करना था। करीब पौने एक बजे खेरी रोड चार ट्रैक्टर-ट्राली पर सवार होकर आए प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान ट्राली में बैठे एक व्यक्ति ने डीएसपी व पुलिस कर्मचारियों पर पथराव कर लिया। इस दौरान डीएसपी गुरदयाल घायल हो गये। इसे दौरान पुलिस ने भी लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करने पर प्रदर्शनकारियों ने वहां पर खड़ी दो पुलिस की बसों को आग लगा दी। बाद में पुलिस की संख्या बढ़ने के बाद प्रदर्शनकारी मौके से भाग गये।
--ये हुए घायल
घायलों में डीएसपी गुरदियाल ¨सह, सीआरपीएफ जवान रावण ¨सह, महिला पुलिस कर्मी ममता रानी, ज्योति, हरजीत कौर, कांता रानी, कर्णजीत कौर, माया देवी, कांता सिरसा, पुलिस कर्मी मनजीत, कुलदीप, र¨वद्र कुमार, साधू राम, श्याम लाल, कृष्ण कुमार, कांवल ¨सह, रामनिवास, रामधारी, राजेंद्र, बहादर ¨सह, जीत लाल, मेजर¨सह, कृष्ण कुमार, निर्मल ¨सह, दया राम, संत लाल, रणजीत ¨सह, सत्यवान, लीलाधर, संदीप कुमार, सुनील कुमार, कुलदीप कुमार, गुरलाल, मांगे राम आदि को घायलावस्था में उपचार के लिए सीएचसी में दाखिल करवाया गया। हालांकि सीएचसी में आपातकालीन स्थिति को देखते हुए सभी स्टॉफ की छुटियों रद कर दी गई थी। बावजूद इसके सभी इंतजाम छोटे पड़ गए और महज दो चिकित्सक घायलों की देखभाल मे जुटे रहे। वहीं एक बैड पर दो दो मरीजों को लेटा कर इलाज करवाना पड़ा। दर्द से कराह रहे पुलिस कर्मचारियों को राहत पहुंचाने के लिए तृतीय श्रेणी कर्मचारी भी जुटे रहे, जबकि आमजन ने भी उपचार में सहयोग किया।